नवरात्र में लोग अपनी भक्ति और मां का आशीर्वाद लेने के लिए पूजा उपासना करते हैं। भक्त माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं। कहा जाता है इन नौ दिनों में आपके अंदर की आध्यात्मिक और मानसिक शक्तियां जागृत होती हैं। इन दिनों लोग अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए भी व्रत उपवास का नियम करते हैं। अगर आपकी भी कोई मनोकामना है तो दिल्ली में ऐसे कई मंदिर है जो मनोकामना सिद्ध पीठ के नाम से जाने जाते हैं। कहा जाता है इन मंदिरों में पहुंचने वाले हर भक्त की मनोकामना पूरी होती है। जानिए दिल्ली के सबसे प्राचीन देवी के मंदिर कौन से हैं जहां मनोकामना पूरी होती है।
दिल्ली के प्राचीन सिद्ध पीठ देवी मंदिर
झंडेवालान माता मंदिर- दिल्ली के प्राचीन देवी मंदिरों में झंडेवालान देवी माता का मंदिर शामिल है। यहां देश विदेश से भक्त दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। मान्यता है कि इस मंदिर में जाने पर मां भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करती हैं। आप भी इस बार नवरात्रि के मौके पर झंडेवालान देवी माता के मंदिर दर्शनों के लिए जा सकते हैं। यहां आप मेट्रो से आसानी से जा सकते हैं।
कालका जी मंदिर- देवी के प्राचीन मंदिरों में कालका जी मंदिर भी शामिल है। दिल्ली में नेहरू प्लेस के पास कालका जी मंदिर स्थित है। इस मंदिर में मां दुर्गा का काली रूप है। कहा जाता है कि कालका मंदिर में भक्तों की सारी मनोकामना सिद्ध हो जाती हैं। इसीलिए कालकाजी मंदिर को मनोकामना सिद्ध पीठ के नाम से जाना जाता है।
योगमाया मंदिर- योगमाया को देवी शक्ति का ही रूप कहा जाता है। पौराणिक मान्याओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण योग योगेश्वर हैं और भगवती योगमाया हैं। योगमाया ने मां यशोदा की कोख से जन्म लिया था। इस दुनिया में को कुछ भी दिख रहा है वो सब योगमाया की ही माया है। कहा जाता है इस मंदिर में दर्शन करने से भक्तों की सभी मनोकामना पूरी होती है।
आद्या कात्यायिनी मंदिर- दिल्ली के छतरपुर देवी मंदिर को आद्या कात्यायिनी मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर का नाम आद्या कात्यायनी शक्तिपीठ मन्दिर है जो प्राचीन देवी के मंदिरों में से एक है। यहां देवी कात्यायनी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि नवरात्रि के दिनों में जो भक्त यहां पहुंचकर दर्शन करते हैं उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। छतरपुर देवी का मंदिर गुंडग़ांव-महरौली रोड़ पर पड़ता है।
गुफा वाला मंदिर- प्रीचीन देवी के मंदिरों में गुफा मंदिर भी शामिल है। ये मंदिर पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार में है। इस मंदिर को गुफा मंदिर कहा जाता है। यहां मां चिंतपूर्णी, माता कात्यायनी, संतोषी माता, देवी लक्ष्मी और ज्वाला जी की मूर्तियां हैं। मंदिर से गंगा जल की एक धारा बहती रहती है। मान्यता है कि इस मंदिर की चौखट पर पहुंचने वाले सभी भक्तों की मनोकामना पूरी होती है।
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