Hot Water Spring In India: हम लोग साधारण स्वच्छ पानी से रोज स्नान करते हैं। स्नान करने से रिलेक्स महसूस होता है और शरीर की बदबू दूर होती है। भारत को प्रकृति का खूब उपहार मिला है नदी, तालाब, झरने, पर्वत, पठार, समुद्र तट और समतल मैदान हमें सशक्त करते हैं। बहुत कम लोग हैं जो गर्म जल कुंड से परिचित हैं। ठंड के मौसम में गर्म जल कुंड में स्नान करने जैसा मजा कहीं और नहीं मिल सकता है। ठंड में लोग गीजर का खूब इस्तेमाल करते हैं। कहीं-कहीं प्रकृति खुद पानी को गर्म करके उनमें औषधी गुण धोल देती है। जहां कहीं भी इस प्रकार का पानी प्रवाहित होकर इकट्ठा होता है उसे गर्म जल कुंड बोला जाता है। हेल्थ के लिहाज से इस प्रकार के गर्म जल कुंड खूब फायदेमंद होते हैं। इसलिए यहां पर्यटकों की भीड़ लगती है। भारत के अलावा अन्य देशों के पर्यटक भी यहां स्वास्थ्य लाभ के लिए आते हैं।
दरअसल, गर्म जल कुंडों में पर्वत से पानी प्राप्त होता है। जिस पर्वत में सोडियम, गंधक और सल्फर की ज्यादा मात्रा पाई जाती है वह सामान्य पानी के मुकाबले ज्यादा गर्म और औषधीय गुणों से परिपूर्ण पानी प्रवाहित करते हैं। इस प्रकार के गर्म जल कुंड में स्नान करने से इंसान के तनाव, स्किन संबंधी बीमारियां और अन्य परेशानियां दूर होती हैं।
राजगीर के गर्म जल कुंड
यहां वैभवगिरी पहाड़ी पर अनेकों गर्म कुंड हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान ब्रह्मा ने यहां गर्म कुंडों का निर्माण देवी देवताओं के लिए किया था। यहां के ऋषि कुंड, गंगा यमुना कुंड, गौरी कुंड, चन्द्रमा कुंड और राम लक्ष्मण कुंड खूब विख्यात हैं।
तुलसी श्याम कुंड
गुजरात के जूनागढ़ में स्थित यह गर्म जल कुंड तीन भागों में बंटा है। तीनों कुंडों का तापमान अलग-अलग है। यहीं पास में 700 साल पुराना मंदिर भी है।
मणिकरण
यह हिमाचल प्रदेश का गर्म जल कुंड है। इसके पानी से गुरुद्वारे के चावल भी पकाए जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस कुंड में स्नान करने से सभी बीमारियां दूर होती हैं।
पनामिक कुंड
यह लद्दाख के नुब्रा वैली के एक गांव में स्थित है। ये गर्म कुंड औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इस कुंड का पानी इतना अधिक गर्म रहता है कि इसको छूने पर अंगुलियां जल सकती हैं। आप इस कुंड में स्नान नहीं कर सकते किंतु इस कुंड के बहाने इस खूबसूरत जगह की यात्रा जरूर कर सकते हैं।
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