एक ऐसा अनोखा मंदिर जहां सिर्फ पुरूष कर सकते है मां के दर्शन
नई दिल्ली: आपने कभी ऐसी मंदिर के बारे में सुना है कि मां दुर्गा के मंदिर में महिलाएं नही जा सकती है। अगर वो गई तो मां उनसे क्रोधित हो जाती है और उन्हे दंडित
माना जाता है कि यह मंदिर 300 साल पुराना है। इस मंदिर में 20 सीढ़ियां है। 17 सीढ़िया तक तो महिलाएं आ सकती है। जैसे ही 18 वीं सीढ़ी आती है वहां पर एक चेतावनी बोर्ड लगा है जिसमें लाल रंग से लिखा है कि इसके आगे महिलाएं और युवतियां नही जा सकती है। इन तीन सीढियों से करीब 20 फीट चौड़ा चबूतरा बना हुआ है। जिसमें मां पार्वती की मूर्ति विराजित है। महिलाओं और युवतियों को 11 फीट से ही हिदायत दे दी जाती है कि यहां से दूर रहें। इसी कारण वह मंदिर के नीचें से ही मां पार्वती की पूजा-अर्चना करती है।
महिलाओं और युवतियों का इस मंदिर में न जाने का कारण
इस मंदिर के पुजारी भवानी शंकर जिनके पूर्वज इस मंदिर के पुजारी रह चुके है। वह इस बारें में बताते है कि महिलाओं को महावारी (पीरियड) होने के बाद वह 5 दिन तक अशुद्ध होती है। इस कारण वह नही आ सकती है। इसी कारण हम हर महिला से दर्शन करने से पहले यह बात नही पुछ सकते है। इसके कारण यहां महिलाओं और युवतियों का आना वर्जित है। इसीकारण पुराने जमानें से ही यह प्रतिबंध लगा दिया गया था।
मां की आज्ञा को न मानने वाले में होती है मां पार्वती भयंकर क्रोधित
माना जाता है कि इस बात को जो महिला या युवती नही मानती है तो मां उस पर क्रोधित हो जाती है और उसे सजा देती है। यहां के पुजारी ने बताया कि करीब 1 साल पहले की बात है कि एक महिला काली साड़ी पहनकर एक युवक जिसने उस समय शराब पी रखी थी। दोनों मंदिर में प्रवेश कर गए। जैसे ही दोनों मंदिर में अंदर गए वैसे ही मधुमक्खियों का एक झुंड ने उनपर हमला कर दिया। मधुमक्खियों ने उन्हें इस कदर घायल कर दिया कि दोनों को कई दिनों तक अस्पताल में रहना पड़ा था।
इसी तरह एक घटना फिर घटी। जब एक महिला भी मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश करने लगी वैसे ही मधुमक्खियों का झुंड आ गया। वह महिला डर कर वापस नीचे आ गई। तब जाकर मधुमक्खियां शांत हुईं और वह वापस चली गई।