दिल्ली वाले भी पक्का नहीं घूमे होंगे अपने आसपास की इन जगहों पर, यकीन नहीं आ रहा तो डालें एक नजर
अगर ये सोच रहे हैं कि आप दिल्ली में बरसों से रह रहे हैं और यहां के चप्पे-चप्पे से वाकिफ हैं तो आप बिल्कुल गलत सोच रहे हैं। दिल्ली में कुछ जगहें ऐसी हैं जो घूमने के लिहाज से तो बेस्ट हैं लेकिन आप शायद की यहां पर गए हों।
अगर ये सोच रहे हैं कि आप दिल्ली में बरसों से रह रहे हैं और यहां के चप्पे-चप्पे से वाकिफ हैं तो आप बिल्कुल गलत सोच रहे हैं। दिल्ली में कुछ जगहें ऐसी हैं जो घूमने के लिहाज से तो बेस्ट हैं लेकिन आप शायद की यहां पर गए हों। दिल्ली में निजामुद्दीन की दरगाह, इंडिया गेट और कुतुबमीनार के अलावा कई सारी ऐसी जगह हैं जहां पर आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ घूम सकते हैं। ये सारी जगहें इतिहास की गवाह है। जानें इतिहास की गवाह और अनोखी कलाकृतियों से भरपूर इन जगहों के बारे में।
सतपुला डैम
दिल्ली की भागदौड़ भरी जिंदगी में अगर आप कोई सुकून की जगह ढूंढ रहे हैं तो सतपुला डैम आपके लिए बेस्ट प्लेट हो सकता है। जैसा कि नाम से ही लगता है कि ये सात पुलों का एक ब्रिज है जो दिन में जल संचयन के लिए उपयोग किया जाता था। ये जगह घूमने के लिहाज से बेस्ट है। ब्रिज पर बनी कलाकृतियां आपको बहुत अच्छी लगेंगी। ये जगह दिल्ली के मालवीय नगर के खिड़की गांव में स्थित है।
कैसे पहुंचे यहां तक- इस जगह तक पहुंचने के लिए आप मालवीय नगर मेट्रो स्टेशन से कैब या फिर ऑटो ले सकते हैं।
मिर्जा गालिब की हवेली
ऊर्दू शायरी और कविता के अजीम शहंशाह मिर्जा गालिब की एक हवेली है जो हिंदुस्तान के दिल, पुरानी दिल्ली की कासिम जान बल्लीमारान नाम की गली में बसी हुई है। गालिब ने अपनी जिंदगी के कुछ चुनौतीपूर्ण साल इसी हवेली में गुजारे हैं। गालिब की ये हवेली उनकी शायरी और मुगल सल्तनत के उस दौर की याद दिलाती है जब मुगलिया सल्तनत अपने पतन की ओर बढ़ रहा था। गालिब की इस हवेली को भारतीय पुरातत्व विभाग ने धरोहर घोषित कर दिया।
कैसे पहुंचे यहां तक- चावड़ी बाजार मेट्रो स्टेशन से आप शाहजहानाबाद तक कैब या फिर ऑटो ले सकते हैं। इसके बाद आगे के लिए पैदल या फर रिक्शे से हवेली तक पहुंच जाएंगे।
जहाज महल
जहाज महल महरौली के दिल्ली में स्थित है। इसे आस-पास से देखने पर इसका प्रतिबिम्ब ऐसे प्रतीत होता है जैसे किसी झील में कोई जहाज चलायमान है। यह महल लोदी राजवंश के दौरान बनाया गया था। इस जल महल का स्ट्रक्टर के अलावा इसकी कलाकृतियां पर्यटन के लिहाज से काफी आकर्षक हैं। जहाज महल मेहरौली के तालाब लेन आम बाग में स्थित है।
कैसे पहुंचे यहां तक- कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन से आप जहाज महल तक पहुंचने के लिए कैब या फिर ऑटो कर सकते हैं।
संजय वन
अगर आप दिल्ली की प्रदूषण भरी हवा में कुछ लम्हें चारों तरफ फैली हलियाली के बीच चाहते हैं तो ये संजय वन आपके लिए बेस्ट प्लेस है। ये संजय वन 780 एकड़ में फैला हुआ है। संजय वन दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में है।
कैसे पहुंचे यहां तक- छतरपुर मेट्रो स्टेशन से संजय वन तक पहुंचने के लिए कैब या फिर ऑटो ले सकते हैं।
चुन्नामल हवेली
पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित चुन्नामल हवेली भी घूमने के लिए बेस्ट प्लेस है। लाला चुन्नामल मशहूर व्यापारी थे। इनका ब्रोकेड और कपड़ों का थोक व्यापार था, जो कि मुगल काल से ही चला आ रहा था। इस हवेली के अंदर का एंटीरियल और हवेली की बनावट किसी को भी इंप्रेस कर सकती है।
कैसे पहुंचे यहां तक- चुन्नामल हवेली तक पहुंचने के लिए आप चांदनी चौक से कटरा नील तक ऑटो लें। इसके बाद आप हवेली तक पैदल जा सकते हैं।
जमाली कमाली
इस मस्जिद का निर्माण मुगल सम्राट बाबर द्वारा सन 1528 के आसपास करवाया गया था। हजरत जमाली यही रहते थे इबादत किया करते थे। 1536 में मौलाना जमाली की मृत्यु के बाद उन्हें इसी मस्जिद के आंगन में दफनाया गया। उनके समीप उनके साथी कमाली की भी कब्र है। इस तरह इन दोनों की कब्र एक साथ होने से इसे जमाली-कमाली की दरगाह कहते है। चूंकि इनकी कब्रे मस्जिद के आंगन में है इस कारण ये जमाली-कमली की मस्जिद के नाम से मशहूर हुआ। ये मेहरौली के आर्किलॉजिकल विलेज कॉम्प्लेक्स के पास स्थित है।
कैसे पहुंचे यहां तक- कुतुबमीनार मेट्रो स्टेशन से आप यहां तक पैदल पहुंच सकते हैं।