Navratri 2018: नवरात्र के दिनों में करें दिल्ली के इन फेमस दुर्गा मंदिरों के दर्शन, होगी हर मनोकामना पूर्ण
दिल्ली के इन मंदिरों में जाते ही आपको अजीब से सुकुन की प्राप्ति होगी। तो फिर देर किस बात की आप मां के इन मंदिरों का दर्शन सिर्फ 1 दिन में ही कर सकते है। जानिए इन फेमस मंदिरों के बारें में।
नई दिल्ली: नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के नौ रुपों की अलग-अलग पूजा करने का विधान है। मां दुर्गा को कई नामों से जाना जाता है। भारत देश में मां के लाखों मंदिर है। जिनकी अपनी-अपनी मान्यता है। हर कोई अपने समय के अनुसार के दर्शनों के लिए निकल जाता है। अगर आपके पास समय नहीं है कि आप मां दुर्गा के दर्शन के लिए दिल्ली से बाहर जा पाएं। तो आपको बता दें कि दिल्ली में ही मां दुर्गा के कई फेमस मंदिर है। जिनके दर्शन मात्र से आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो जाएगी।
दिल्ली के इन मंदिरों में जाते ही आपको अजीब से सुकुन की प्राप्ति होगी। तो फिर देर किस बात की आप मां के इन मंदिरों का दर्शन सिर्फ 1 दिन में ही कर सकते है। जानिए इन फेमस मंदिरों के बारें में।
झंडेवालान मंदिर
झंडेवालान मंदिर एक प्राचीन हिन्दू मंदिर है जो झंडेवाली माता को समर्पित है। यह मंदिर झंडेवालान रोड, करोल बाग, दिल्ली, भारत में स्थित है। यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध व देवी शाक्ति का प्रतीक है। मंदिर में पूरे साल भक्तों की भीड़ लगी रहती है। इस मंदिर का नाम शाहजहां शासनकाल में रखा गया था जब शाहजहां ने प्रार्थना के रूप में देवी को झंडा अर्पित किया था। यहां पर नवरात्र के दिनों पर मां की स्पेशल पूजा की जाती है। (Navratri 2018: मां को पसंद है ये भोग, जानें किस दिन मां को क्या चढ़ाएं )
कालका जी मंदिर
मां काली का फेमस मंदिर। जिन्हें मां दुर्गा का रुप माना जाता है। यह एक ऐतिहासिक और प्राचीन मंदिर है मंदिर में काले और सफेद पत्थर लगे हैं और मंदिर में किसी खास वास्तुकला का इस्तेमाल नहीं किया गया है लेकिन इस मंदिर की काफी मान्यता है और दूर-दूर से लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं। यह मंदिर दिल्ली के कालका जी इलाके में स्थित है। जहां आप मेट्रो से सीधे जा सकते है। (Navratri 2018: नवरात्र में बोएं गए जौ देते है आपके भविष्य में आने वाले संकट और खुशहाली का संकेत, ऐसे जानें )
योगमाया मंदिर
नवरात्र में इस मंदिर में अनोखा की नजारा देखने को मिलता है। महरौली में कुतुब मीनार के करीब ही तो है मां योगमाया का मंदिर। कुछ पुराने दिल्ली वाले इसे जोगमाया मंदिर भी कहते हैं।
ये राजधानी का सबसे प्राचीन मंदिर माना जा सकता है। कहते हैं, ये पांच हजार वर्ष पुराना मंदिर है। इसकी स्थापना पांडवों ने की थी। योगमाया मंदिर वहां पर स्थित है, जो राजधानी की पहली अर्बन सेटलमेंट है। जिसे सब पुरानी दिल्ली कहते हैं, वह तो बहुत नई है। मान्यता तो यह भी है कि भगवान कृष्ण ने यहां पर पूजा की थी। योगमाया बड़ी बहन थीं भगवान कृष्ण की।
छतरपुर मंदिर
छतरपुर मंदिर अपने आप पर या कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर है। नवरात्र के दिनों में यह पर स्पेशल प्रोग्राम का आयोजन किया जाता है। यह दिल्ली का सबसे बड़े मंदिरों में दूसरा माना जाता है।
शीतला माता मंदिर
गुड़गांव स्थित शीतला मंदिर में वैसे तो देश भर के श्रद्धालु आते हैं लेकिन ज्यादा संख्या हरियाणा उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के श्रद्धालुओं की होती है। नवरात्र के दिनों में शीतला माता के मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
स्कंद पुराण में इनका जिस प्रकार से वर्णन किया गया है उसके अनुसार इन्हें स्वच्छता की देवी भी कहा जा सकता है। देहात के इलाकों में तो स्मालपोक्स (चेचक) को माता, मसानी, शीतला माता आदि नामों से जाना जाता है।