मिस्र पर्यटन मंत्रालय भारतीयों को कर रहा आकर्षित
मुंबई: मिस्र के पर्यटन मंत्रालय ने पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए शाकाहारी भोजन, आकर्षक अवकाश पैकेज और हिंदी व क्षेत्रीय सिनेमा के जरिए भारतीयों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। पिछले कुछ
मुंबई: मिस्र के पर्यटन मंत्रालय ने पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए शाकाहारी भोजन, आकर्षक अवकाश पैकेज और हिंदी व क्षेत्रीय सिनेमा के जरिए भारतीयों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। पिछले कुछ सालों से जारी राजनीतिक अनिश्चितता की वजह से मिस्र का पर्यटन मंत्रालय पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने और भारतीय यात्रियों को आकर्षित करने के लिए भरसक प्रयास कर रही है।
भारत में मिस्र के पर्यटन सलाहकार इस्माइल हामिद ने कहा कि देश 2011 की क्रांति के बाद से पर्यटकों की संख्या में कमी को सुधारने की दिशा में अग्रसर है।
हामिद के मुताबिक, मिस्र में पर्यटकों की संख्या 2010 में 1.47 करोड़ रही थी, जो 2014 में घटकर लगभग 1.0 करोड़ रह गई। इस तरह इसमें लगभग 32 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि इसी समान अवधि में भारतीय पर्यटकों की संख्या में 48 प्रतिशत की तेज गिरावट आई है।
मिस्र के पर्यटन मंत्रालय ने भारतीय सैलानियों को लुभा कर अगले कुछ सालों में पर्यटकों की संख्या में इजाफा करने के लिए खुद को तैयार कर लिया है।
हामिद के मुताबिक, "हम विश्वास करते हैं कि भारत हमारे लिए एक अभूतपूर्व बाजार बन सकता है। हालांकि अभी मिस्र में भारतीय सैलानियों की संख्या कम है। लेकिन विदेशों में यात्रा कर रहे भारतीयों की वजह से यह संख्या बढ़ रही है। भारत मिस्र के लिए एक अच्छा बाजार है।"
यह पूछने पर कि क्या पर्यटक, विशेष रूप से भारतीय राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मिस्र में छुट्टियां बिताने के इच्छुक हैं, इस पर हामिद ने कहा कि मार्च में शर्म-अल-शेख में आयोजित 'अंतर्राष्ट्रीय विकास आर्थिक सम्मेलन' और साथ में काहिरा में आयोजित 'इंडिया बाय द नाइल फेस्टिवल' से एक सुरक्षित स्थान के रूप में मिस्र की छवि में सुधार आएगा।
पर्यटन मंत्रालय ने अपनी इस योजना में किफायती अवकाश पैकेज, प्रत्यक्ष उड़ान सेवा, शाकाहारी भोजन और भारतीय फिल्मों को शामिल किया है।
हामिद ने कहा कि मिस्र के व्यंजन भारतीय व्यंजनों से मिलते-जुलते हैं। उन्होंने कहा, "भारतीय भोजन के मामले में काफी चयनात्मक होते हैं और वे इसी के मुताबिक स्थानों का चुनाव करते हैं।"
हामिद ने कहा कि मिस्र और भारत में फिल्मों के प्रति प्यार काफी सामान्य है। 'द ग्रेट गैंबलर', 'सिंह इज किंग', 'कभी खुशी कभी गम' और 'मैंने दिल तुझको दिया' हिंदी फिल्मों को मिस्र में आंशिक रूप से फिल्माया गया।
'इंडिया बाय द नाइल फेस्टिवल' के तीसरे संस्करण का उद्घाटन बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन द्वारा किया गया, जो इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।