नई दिल्ली: कई बार ऐसा होता है कि आप ट्रेवल के बाद काफी थक जाते हैं। ये थकावट इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि आप कुछ दिनों तक घूमने का नाम तक नहीं लेते हैं। आज हम आपको बताते हैं कि कैसे आप ट्रेवल के साइड इफेक्ट से बच सकते हैं। यदि आपको यात्रा से पहले चिंता या घबराहट होती है, तो घर से निकलने से पहले हल्का और सुपाच्य भोजन करें। ओवर ईटिंग से बचें।
सबसे पहले आप अपने साथ कुछ ऐसे स्नैक्स रखें, जो पौष्टिक हो और भूख लगने पर आप उन्हें खा सकें। बाहर का खाना खाने से बचें। यात्रा के दौरान चिंता से ग्रस्त रहेंगे, तो पूरा सफर तनाव भर रहेगा। कई गंभीर मामलों में दवा के जरिए इलाज संभव है। ऐसे में कहीं भी जाने से पहले साइकोलॉजिस्ट से संपर्क अवश्य करें। खासकर तब, जब आप पहली बार अधिक दिनों के लिए अकेले किसी अनजान जगह पर जा रहे हैं। सकारात्मक सोच के साथ घर से निकलें। इससे मन में अच्छे विचार आते हैं।
सबसे जरूरी चीज यह है कि आप कम चिंतित रहेंगे और आराम महसूस होगा। आपका अवचेतन मन वहीं सुनता-समझता है, जो आप उसे बताते हैं। चिंता और घबराहट से छुटकारा पाने का सबसे आसान उपाय है अपनी सांसों पर काबू पाना। सांस को नियंत्रित कर डर की भावना और हृदय गति को धीमा कर सकते हैं। इससे चिंता दूर होती है। ट्रैवल एंग्जाइटी कई बार यात्रा के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं के बारे में सोचने से भी होती है। जाहिर है ऐसे में चिंता बढ़ेगी। यात्रा के दौरान कोई संगीत सुनें। अच्छी किताबें पढ़ें।
यदि आप परदेस में हैं, तो जाहिर सी बात है कि आपसे बातें करने वाला कोई नहीं होगा। ऐसे में खुद को अकेला समझने से अच्छा है कि आप अपने परिवार के सदस्यों या किसी करीबी दोस्त से फोन पर बात कर लें। विशेषज्ञ कहते हैं सीनियर क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. भावना बर्मी बताती हैं कि ट्रैवल एंग्जाइटी एक सामान्य समस्या है, जिनमें लोगों के मन में यह ख्याल आता है कि यात्रा के दौरान कहीं कोई दुर्घटना न हो जाए।
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