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Hindi News लाइफस्टाइल सैर-सपाटा विश्व युद्ध के दौरान भी खींची जाती थीं रंगीन फोटो

विश्व युद्ध के दौरान भी खींची जाती थीं रंगीन फोटो

नई दिल्ली: अगर आप सोच रहे हैं कि सिर्फ आज के ही जमाने में हैंडीकैम और हाई रिजाल्यूशन कैमरा के जरिए बेहतर और उम्दा तस्वीरें खींची जा सकती हैं तो आप गलत हैं। आपको यह

फ्लोरेंस का 1931 में निधन हो गया था। कुछ समय बाद मारवियन की भी साल 1958 में मौत हो गई। लेकिन उनकी बेटी के बारे में कोई भी रिकार्ड नहीं मिला है। जिस समय मारवियन ने यह फोटो खींची थी उस समय वह 42 साल के थे। उनका जन्म ब्रिगटन में हुआ था। वह एक इलैक्ट्रिकल इंजनियर थे और 1909 में उन्हें रायल एयरक्राफ्ट फैक्टी में बतौर सुप्रीडेंटेंड के तौर पर चुना गया था।

फोटो सभार: रायल फोटोग्राफिक सोसाइटी/ नेशनल मीडिया म्यूजियम

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