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Hindi News लाइफस्टाइल सैर-सपाटा Ganesh Chaturthi 2019: मनोकामना पूरी करता है मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर, अंबानी भी लगाते हैं हाजिरी

Ganesh Chaturthi 2019: मनोकामना पूरी करता है मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर, अंबानी भी लगाते हैं हाजिरी

मुंबई शहर का सबसे मशहूर मंदिर सिद्धिविनायक भगवान गणेश के सबसे पुराने और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है।

<p> सिद्धिविनायक...- India TV Hindi  सिद्धिविनायक मंदिर

मुंबई शहर का सबसे मशहूर मंदिर सिद्धिविनायक भगवान गणेश का सबसे पुराने और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह कोई मामूली मंदिर नहीं है बल्कि यह एक ऐसा मंदिर जहां बिजनेस टाइकुन अंबानी, बॉलीवुड सेलेब्स से लेकर आम भक्त तक गणपति भगवान के दर्शन करने आता है। बता दें कि गणपति बप्पा के दर्शन के लिए देश-विदेश से हर साल लाखों श्रद्धालु और पर्यटक यहां आते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार यहां सच्चे मन और श्रद्धा से मांगी गई हर मुराद जरूर पूरी होती है। सिद्धिविनायक मंदिर में हर साल लोग लाखों- करोड़ों रूपए दान में आते हैं। इसलिए इसकी गितनी भारत के सबसे अमीर मंदिरों में भी होती है।

इस मंदिर की सबसे खास विशेषता यह है कि यहां बॉलीवुड स्टार से लेकर नेता, बड़े उद्योगपतियों का अक्सर आगमन होता है। खासकर गणेश चतुर्थी के दौरान यहां भक्तों का भारी जमावड़ा लगता है। इस दौरान मंदिर में भव्य सजावट की जाती है। गणेश चतुर्थी आ रही है ऐसे में आज हम आपको सिद्धिविनायक मंदिर से जुड़े कुछ ऐसे दिलचस्प तथ्य बताने जा रहे हैं, जो शायद आप न जानते हों।

कभी आपने सोचा है आखिर क्यों इस मंदिर को 'सिद्धिविनायक' कहा जाता है ? चलिए आपको बताते हैं, भगवान गणेश जी का सबसे लोकप्रिय रूप 'सिद्धिविनायक' है, जिसमें उनकी सूंड दाईं ओर मुड़ी होती है, जानकारी के अनुसार भगवान गणेश की ऐसी मूर्ति वाले मंदिर को सिद्धपीठ के नाम से जाना जाता है, और इसलिए उन्हें सिद्धिविनायक मंदिर की संज्ञा दी जाती है। इस मंदिर को लेकर सबसे खास बात यह कही जाती है कि सिद्धिविनायक मंदिर में सच्चे मन से मांगी हर मनोकामना कुछ दिन के अंदर पूरी होती है।

यह मंदिर काफी पुराना है, 19 नवंबर 1801 को लक्ष्मण विथु पाटिल नाम के एक स्थानीय ठेकेदार के द्वारा इस मंदिर का निर्माण किया गया था। बहुत कम लोग इस सच को जानते हैं कि इस मंदिर के बनने में लगने वाले पैसे एक महिला ने दिए थे। वो महिला एक किसान थी, साथ ही उसकी कोई संतान नहीं थी। उस महिला के द्वारा इस मंदिर को बनवाने के पीछे सबसे बड़ा कारण था कि इस मंदिर में भगवान गणेश के दर्शन के बाद कोई भी औरत बांझ न रहे।

 

आपको जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर के फाटक हर धर्म जाति के लोगों के लिए खुले हैं। यहां किसी को आने की मनाही नहीं है। सिर्फ इतना ही नहीं सिद्धि विनायक मंदिर अपनी साप्ताहिक आरती के लिए बहुत प्रसिद्ध है।

 

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