नई दिल्ली: फरवरी का महीना प्यार और मोहाब्बत का महीना होता है। सभी प्यार करने वाले इस महीने में खुल के अपने प्यार का इजहार करते हैं। यह दिन हर प्यार करने वालों के लिए खास होता है। साथ ही आपको बता दें कि इसे सेंट वैलेंटाइन को याद कर के भी बनाया जाता है। हर साल की तरह इस बार भी 7 फरवरी से वैलेंटाइन वीक शुरू हो रहा है। जैसे रोज डे, प्रपोज डे, चॉकलेट डे, टेडी डे, प्रोमिस डे, हग डे, किस डे एंड लास्ट में वैलेंटाइन डे।
कैथोलिक विश्वकोश के अनुसार, शुरूआत में 3 ईसाई संत थे. पहले रोम में पुजारी थे, दूसरे टर्नी में बिशप थे और तीसरे थे सेंट वेलेंटाइन, जिनके बारे में कोई इतिहास अभी तक सामने नहीं आया है, सिवाय इसके कि वे अफ्रीका में मिले थे। हैरानी की बात यह है कि तीनों वैलेंटाइन्स 14 फरवरी के दिन शहीद हुए थे। इनमें सबसे महत्वपूर्ण रोम के सेंट वेलेंटाइन माने जाते हैं।
रोम में तीसरी शताब्दी में सम्राट क्लॉडियस का शासन था, जिनके अनुसार एकल पुरुष विवाहित पुरुषों की तुलना में ज्यादा अच्छे सैनिक बन सकते हैं। वेलेंटाइंस, जो एक पादरी थे ने इस क्रूर आदेश का विरोध किया। इन्होंने अनके सैनिकों और अधिकारियों के विवाह करवाए।
जब सम्राट क्लॉडियस को इस बात का पता चला तो उन्होंने वेलेंटाइंस को फांसदी पर चढ़वा दिया। इन्हीं की याद में वेलेंटाइंस डे मनाया जाने लगा। कहते हैं सेंट वेलेंटाइन ने अपनी मौत के समय जेलर की अंधी बेटी जैकोबस को अपनी आंखे दान कीं। सैंट ने जेकोबस को एक पत्र भी लिखा, जिसके आखिर में उन्होंने लिखा था 'तुम्हारा वेलेंटाइन'।
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