युवा पीढ़ी परिवार से अलग रहने को दे रही है तरजीह
नई दिल्ली: देश की युवा पीढ़ी समाज के पुराने नियमों और परंपराओं से आगे निकल रही है तथा हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि युवक एवं युवतियां अपने जीवनसाथी के
नई दिल्ली: देश की युवा पीढ़ी समाज के पुराने नियमों और परंपराओं से आगे निकल रही है तथा हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि युवक एवं युवतियां अपने जीवनसाथी के साथ परिवार से अलग रहने को तरजीह दे रहे हैं।
विवाह संबंध जोड़ने की सेवा प्रदान करने वाली अग्रणी वेबसाइट 'शादी डॉट कॉम' द्वारा करवाए गए सर्वेक्षण में देश के युवाओं के विवाह के प्रति मानसिकता का अध्ययन किया गया।
सर्वेक्षण में 24 से 34 आयु के बीच के 8,500 युवाओं के विचार लिए गए, जिनमें 4,617 युवक और 3,952 युवतियां थीं।
अविवाहित युवितियों से विवाह के बाद कहां रहने का सवाल किया गया तो 64.1 फीसदी युवतियों ने पति के साथ परिवार से अलग रहने की इच्छा जाहिर की, जबकि 29.6 फीसदी युवतियों ने ससुराल वालों के साथ ही रहने की बात कही। मात्र 6.3 फीसदी युवतियों ने विवाह के बाद भी अपने माता-पिता के साथ ही रहने की इच्छा जताई।
यही सवाल जब अविवाहित युवकों से किया गया तो 43.9 फीसदी युवकों ने पत्नी के साथ परिवार से अलग रहने की बात कही, जबकि 54.3 फीसदी युवकों ने अपने माता-पिता के साथ रहने को तरजीह दिया। सिर्फ 1.8 फीसदी युवकों ने पत्नी के परिवार के साथ रहने की बात कही।
सर्वेक्षण में युवतियों से यह भी पूछा गया कि क्या वे अपने पति के साथ अपने माता-पिता के घर पर ही रहना पसंद करेंगी?
इस सवाल पर 27.3 फीसदी युवतियों ने 'हां' कहा, जबकि 30.1 फीसदी युवतियों का जवाब 'नहीं' रहा। 42.6 फीसदी युवतियों ने 'शायद' में जवाब दिया।
यही सवाल जब युवकों से पूछा गया कि क्या उन्हें अपनी पत्नी के साथ उनके माता-पिता के घर रहना स्वीकार है तो 21.8 फीसदी युवकों का जवाब 'शायद' में था। सिर्फ 4.7 फीसदी युवकों ने 'हां' कहा, जबकि 73.5 फीसदी युवकों का जवाब 'नहीं' था।
शादी डॉट कॉम के मुख्य संचालन अधिकारी गौरव रक्षित ने जारी एक वक्तव्य में कहा, "हम हमेशा से समान विचार वाले लोगों के बीच विवाह के पक्षधर रहे हैं। यह देखना बहुत ही रोचक है कि देश की युवा आबादी परंपरा को तोड़ रही है।"