5 कारण जिसकी वजह से अपने बेस्ट फ्रेंड को न करें डेट
ज़िंदगी में कभी ऐसा भी होता है कि आपको पता ही नहीं चलाता कि आप कब अपने बेस्ट फ़्रेंड से प्यार करने लगे हैं लेकिन दोस्त को प्यार करना और अपने प्यार को दोस्त बनाना
ज़िंदगी में कभी ऐसा भी होता है कि आपको पता ही नहीं चलाता कि आप कब अपने बेस्ट फ़्रेंड से प्यार करने लगे हैं लेकिन दोस्त को प्यार करना और अपने प्यार को दोस्त बनाना दो अलग-अलग बाते हैं। बेस्ट फ़्रेंड से प्यार हो जाना सहज भी होता है लेकिन ये रिश्ता भी सहज रहे ये ज़रुरी नहीं है। दोस्ती इस दुनिया का सबसे गहरा और पवित्र रिश्ता होता है जहां शिक़वा और शिकायतें मिनटों में दूर हो जाती हैं। लेकिन जब आप अपने सबसे अच्छे दोस्त में ही अपना पार्टनर ढूंढने लगते हैं तो शुरू होती हैं समस्याएं।
हम यहां ऐसे पांच कारण गिनवा रहे हैं जिसकी वजह से आपको अपने बेस्ट फ़्रेंड को प्रेमी नहीं बनाना चाहिये।
1 सहज नही होता ये रिश्ता
आपको नहीं लगता कि ये कुछ अटपटा है। अब तक आप जिससे ब्वॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड के नाते शिक़वे-शिकायत कर रहे थे अचानक आज वो ही एक प्रेमी या प्रेमिका के रुप में आपके सामने खड़ा है। ऐसे में कुछ समय के बाद रिश्ते में असहजता का आना लाज़िमी है। विडंबना ये है कि इसके बाद ना दोस्ती बचती है ना रिलेशनशिप।
2 आपका दोस्त आपका हमराज़ होता है
कहते हैं कि आपको आपके दोस्त से बेहतर और कोई नहीं जानता। इसकी वजह ये है कि आप अपने दोस्त के सामने अपना सब कुछ खोलकर रख देते हैं यानी आपका दोस्त आपका हमराज़ होता है। लेकिन ये दोस्ती जब रिश्ते में बदलती है तो आपके यही राज़ टकराव के कारण भी बन जाते हैं और नतीजतन रिश्ता ख़त्म।
3 रिश्ते बदल देते हैं दोस्ती के मायने
दोस्तों की भी ज़िम्मेदारियां होती है जिसे आप अपनी सहूलियत के अनुसार निभाते भी हैं लेकिन जब दोस्ती रिश्ते में बदल जाती है तो ऐसी ज़िम्मेदारियां भी आप पर आ जाती हैं जिसे आपको कई बार न चाहते हुए भी निभानी पड़ती है और इसमें कोताही रिश्ते में दरार बी डाल सकती है। ज़ाहिर है ऐसे में आपका व्यवहार और स्थितियां सबकुछ बदल जाएंगी।
4 दोस्त और रिश्ते की कठिन राह
रिश्तों में समस्या होने पर आपके पास उसे ख़त्म करने का विकल्प होता है लेकिन दोस्ती से बने रिश्ते में ऐसा कर पाना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि एक तरफ तो आप रिश्ता तोड़ना नहीं चाहते और दूसरी तरफ ग्लानि का भाव भी आपको घेरे रहता है।
5 दोस्त बनते हैं मुश्किल से
आप अपना लाइफ़ पार्टर तो किसी को भी चुन सकते हैं लेकिन दोस्त चुनना आपके बस में नहीं होता क्योंकि दोस्त मिलते नहीं बनते हैं। अपने जीवन काल में अगर आपने एक भी सच्चा दोस्त कमा लिया तो समझिये कि आपसे अमीर इंसान कोई नहीं है। ऐसे में अच्छा दोस्त खोने का मतलब है जिंदगी में कोई भी ऐसे शख्स का ना होना जिसके सामने आप रो सके या शिकायत कर सको।