सामुद्रिक शास्त्र: गालों के रंग से जानिए व्यक्ति का स्वभाव
सामुद्रिक शास्त्र वैदिक परंपरा का हिस्सा है, जो चेहरे को पढ़ने और पूरे शरीर की बनावट से व्यक्ति का स्वभाव बताता है।
सामुद्रिक शास्त्र में आज हम बात करेंगे गालों के रंग के बारे में, सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार किसी व्यक्ति के गालों के रंग से उसके स्वभाव और उसके चरित्र के बारे में बहुत कुछ पता लगाया जा सकता है। अतः इस कड़ी में आज हम सबसे पहले बात करेंगे लाल रंग के गाल वाले लोगों के स्वभाव के बारे में।
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सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार ऐसे लोगों को कला से बहुत प्यार होता है। ये जिस भी काम को शुरू करते हैं, उसे पूरा जरूर करते हैं। लेकिन ये थोड़े गुस्सैल किस्म के भी होते हैं। इन्हें छोटी-छोटी बातों पर जल्द ही गुस्सा आ जाता है। इन लोगों में धैर्य की कमी होती है और ये किसी भी काम के प्रति शीघ्र उत्तेजना वाले होते हैं। हालांकि ये लोग साहसी भी होते हैं और दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करते हैं, लेकिन इनका गुस्सा कई बार इनके लिये परेशानी खड़ी कर देता है।
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क्या है सामुद्रिक शास्त्र?
सामुद्रिक शास्त्र वैदिक परंपरा का हिस्सा है, जो चेहरे को पढ़ने और पूरे शरीर की बनावट से व्यक्ति का स्वभाव बताता है। समुद्रिक शास्त्र एक संस्कृत शब्द है जिसका अनुवाद "शरीर की विशेषताओं का ज्ञान" के रूप में किया जाता है। सामुद्रिक शास्त्र का नामकरण समुद्र ऋषि द्वारा इस ग्रन्थ को प्रचारित करने के कारण किया गया है। ऐसा माना जाता है की समुद्र ऋषि का भविष्य कथन इतना सटीक निकलता था की उनके उपरान्त विद्वानों में समुद्र के वचन की कसम दी जाने लगी।