हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण का विशेष महत्व है। 18 महापुराणों में से एक इस पुराण में स्वर्ग, नर्क, पाप-पुण्य, मृत्यु के बारे में बताया गया है। इसके अलावा इसमें कई ऐसी नीतियां बताई गई है जो आपके जीवन की हर मुश्किल से दूर रखने में मदद करती है।
भगवान विष्णु ने गरुड़ महाराज की जिज्ञासा शांत करने के लिए उन्हें कई सारे उपदेश दिए, जो गरुड़ पुराण के नाम से कहलाया। गरुड़ पुराण में पाप को लेकर कई नीतियां बताई गई हैं। इन नीतियों में बताया गया है कि जो व्यक्ति पाप करता हैं उसे अगले जन्म में किस तरह भोगना पड़ता है। इसी तरह गरुड़ पुराण में दोस्ती को लेकर भी बताया गया है।
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गरुड़ पुराण के अनुसार अगर कोई व्यक्ति अपने दोस्त को धोखा देता हैं या फिर उसे किसी तरह से ठगता हैं तो अगले जन्म में वह पहाड़ों में रहने वाला गिद्ध बनता हैं जो अपना पेट भरने के लिए मरे हुए जानवरों को खाते हैं।
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गरुड़ पुराण की इस नीति के अनुसार, दोस्ती को बहुत ही अच्छा माना जाता है। सच्चा दोस्त वहीं होता हैं जो आपके सुख-दुख में साथ खड़ा रहता हैं। लेकिन आज के समय में कई ऐसे दोस्त भी होते हैं जो अपने लाभ के लिए दोस्ती के नाम पर दूसरे को धोखा देते हैं या फिर उसे किसी न किसी तरह ठगते रहते हैं। वह इस जन्म में ही नहीं बल्कि अगले जन्म में भी पाप के भागी होते हैं। इसीकारण वह अगले जन्म में गिद्ध का अवतार रखते हैं जो पहाड़ों में अकेला रहता हैं। इतना ही नहीं उसे अपना पेट भरने के लिए मरे हुए जानवरों को खाना पड़ता है।
डिस्क्लेमर- ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता, किसी रत्न को धारण करने से पहले संबंधित क्षेत्र से विशेषज्ञ से सलाह लें।
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