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Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र Chanakya Niti: घर में आने वाले आर्थिक संकट को बतलाते हैं ये 5 संकेत, तुरंत हो जाए सतर्क

Chanakya Niti: घर में आने वाले आर्थिक संकट को बतलाते हैं ये 5 संकेत, तुरंत हो जाए सतर्क

आचार्य चाणक्य ने सुखी जीवन के लिए कई नीतियां बताई हैं जिनका अनुसरण करके आप जिंदगी में सुख-समृद्धि पा सकते हैं।

<p> 5 signs of the financial crisis in the...- India TV Hindi Image Source : INDIA TV  5 signs of the financial crisis in the house 

Highlights

  • आचार्य चाणक्य ने आर्थिक संकट को लेकर कुछ बातें बताई हैं
  • आचार्य चाणक्य ने सुखी जीवन के लिए कई नीतियां बताई हैं

हमारे जीवन में अगर कोई संकट आने वाला होता है तो वह किसी न किसी तरह से संकेत देने लगता है। ऐसे ही व्यक्ति को इस बात का पता होना चाहिए कि आखिर यह किस चीज का संकेत है। इसीलिए आचार्य चाणक्य ने आर्थिक संकट को लेकर कुछ संकेत दिए हैं। जिन्हें अगर आप समय रहते जान लें तो खुद को कंगाल होने से बचा सकते हैं। 

आचार्य चाणक्य ने सुखी जीवन के लिए कई नीतियां बताई हैं जिनका अनुसरण करके आप जिंदगी में सुख-समृद्धि पा सकते हैं। जानिए आचार्य चाणक्य से उन 5 चीजों के बारे में, जो आर्थिक संकट का संकेत देती हैं।

Chanakya Niti: इन 5 जगहों पर एक दिन भी न करें निवास, वरना होगा भारी नुकसान

'तुलसी के पौधे का सूख जाना, घर में क्लेश होना, शीशे का बार-बार टूटना, पूजा पाठ का अभाव और बड़े बुजुर्गों का तिरस्कार करना- आचार्य चाणक्य

तुलसी के पौधे का सूख जाना
अगर आपके आंगन या घर में लगी तुलसी अचानक से सुख जाए तो समझ लें कि आपके घर कोई संकट आने वाला है। यह संकेत आपकी सुख-समृद्धि और धन को दर्शाता है।

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घर में क्लेश करना
अगर आपके घर में सदस्यों के बीच हमेशा  लड़ाई होती रहती हैं तो जान लें कि आपके घर में कभी भी मां लक्ष्मी का वास नहीं रहेगा, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ेगा।

शीशे का बार-बार टूटना
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिस घर में बार-बार शीशा टूट रहा है तो समझ लें कि उसकी आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ने वाला है। इसलिए अगर घर का कोई शीशा टूटता है तो उसे तुरंत फेंक देना चाहिए। 

पूजा-पाठ का अभाव होना
जिस घर में दिन की शुरुआत पूजा-पाठ के साथ नहीं होती हैं वहां पर मां लक्ष्मी का वास कभी भी वास नहीं होता है, जिससे घर में दरिद्रता वास करती हैं। 

बड़े बुजुर्गों का तिरस्कार करना
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिस घर में बड़े बुजुर्गों का सम्मान नहीं किया जाता हैं वहां पर कभी भी संपन्नता नहीं रहती हैं। इसलिए हमेशा अपने बड़ों का सम्मान करना चाहिए। 

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