16 अप्रैल को युक्त चैत्र पूर्णिमा है। चित्रा नक्षत्र से युक्त होने के कारण ही चैत्र माह की पूर्णिमा को चैत्र या चैत्री पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान का बड़ा ही महत्व है। इससे व्यक्ति को जीवन में तरक्की मिलती है और वह खूब आगे बढ़ता है। यदि आप इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान, अगर संभव न हो, तो पानी में थोड़ा-सा गंगाजल डालकर स्नान करना चाहिए, साथ ही पूर्णिमा के दिन यथाशक्ति कुछ न कुछ दान भी अवश्य करना चाहिए।
पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। इस बार चैत्र माह की पूर्णिमा बेहद ही खास है क्योंकि इस दिन हनुमान जयंती भी है। ऐसे में इस दिन कुछ खास उपाय करने से आपको लक्ष्मी मां के साथ-साथ हनुमान जी की भी कृपा की प्राप्त होगी। तो आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में।
जानिए इन उपायों के बारे में
- माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए चैत्र पूर्णिमा के दिन रात में माता को खीर या फिर कोई सफेद मिठाई का भोग लगाएं। कहा जाात है कि ऐसा करने से लक्ष्मी मां प्रसन्न होती हैं और अपनी कृपा बरसाती है।
- इस दिन सुबह स्नान कर के पीपल के पेड़ पर चल चढ़ाएं। साथ ही कुछ मीठा भी चढ़ाएं। मान्यताओं के अनुसार पीपल के पेड़ में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। इसलिए इस उपाय को करने से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सकती है।
- माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए पूर्णिमा के दिन माता को 11 कौड़ियां चढ़ाएं। इसके साथ ही उन्हें हल्दी का तिलक लगाएं। फिर पूर्णिमा के अगले दिन इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से धन में वृद्धि होती है।
- चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती भी है। ऐसे में आप हनुमान जी के मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र है - 'ओम नमो भगवते हनुमते नम:' इससे आपके सारे संकट दूर होंगे।
डिस्क्लेमर- ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।
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