भूलकर भी इस राशि के जातक न पहनें मोती, होगा भारी नुकसान
आज के समय में हर कोई मोती पहन लेता है। कई लोग तो शौक में मोती पहन लेते है लेकिन आप ये बात नहीं जानते है कि इसका अच्छा और बुरा दोनों तरह का असर पड़ता है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से किन लोगों को नहीं पहनना चाहिए मोती...
धर्म डेस्क: चंद्रमा का रत्न मोती है। कुल नौ रत्न होते हैं- माणिक्य, मोती, मूंगा, पन्ना, पुखराज, हीरा, नीलम, गोमेद और लहसुनिया। इनका क्रमशः सूर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु ग्रहों से संबंध होता है। इन रत्नों की जादुई और अद्भुत दुनिया का मनुष्य से बहुत पुराना संबंध है।
ये रत्न हमारे शरीर के पंचतत्वों को संतुलित रखने में मदद करते हैं। साथ ही इन्हें धारण करने से संबंधित ग्रह के शुभ फल प्राप्त होते हैं। इससे पहले हमने आपको सूर्य रत्न माणिक्य के बारे में बताया था। उसी कड़ी में आज हम चन्द्र रत्न मोती के बारे में बात करेंगे
मोती का गुण चित्त को शांत करने वाला समझा जाता है। मन पर इसका सीधा असर होता है। यह बहुत ही पॉपुलर रत्न है। इसकी डिमांड को देखते हुए इनकी खेती भी की जाती है। ऐसे मोतियों को कल्चर्ड मोती कहते हैं। देखिये ये मोती नकली नहीं होते। ये भी असली ही होते हैं। नकली और क्लचर्ड में बहुत डिफ्रेन्स है। कल्चर्ड मोती के अधिकतर गुणधर्म प्राकृतिक मोती से ही मेल खाते हैं, क्योंकि इनकी खेती भी वैसे ही की जाती है। कल्चर्ड मोतियों की रिलेटिव डेन्सिटी भी प्राकृतिक मोतियों की तुलना में थोड़ी-सी ज्यादा होती है।
इन बीमारियों से दिलाता है निजात
औषधि के रूप में भी इसका उपयोग किया जाता रहा है। मुक्ता भस्म, पिष्टी, अवलेह के रूप में प्राचीनकाल से मोती का इस्तेमाल होता आ रहा है। कहते हैं अवध के प्रख्यात नवाब वाजिद अली शाह के पान में जो चूना लगाया जाता था, उसमें मोती घिसा जाता था। मोती के औषधिय गुणों में इसे प्रमेह नाशक बताया गया है। आपको बता दूं कि प्रमेह कई तरह के होते हैं। अनेक प्रकार के प्रमेह में एक मधुमेह, यानी डायबिटिज़ है। यानी सीधे रूप में कहें तो मोती मधुमेह नाशक हो सकता है। इसके अलावा मोती को बलवर्द्धक, वीर्यवर्द्धक, कान्तिवर्द्धक और हृदय रोगों में बहुत उपयोगी पाया गया है।
जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से राशि के अनुसार किन लोगों को मोती नहीं पहनना चाहिए।
मेष राशि
इस लग्न की जन्मपत्रिका में चन्द्रमा चौथे घर का मालिक होता है। ये स्थान शुभ है। इसका संबंध माता, भूमि, भवन, वाहन और सुख से होता है। अतः मेष राशि वालों को मोती धारण करना चाहिए। मोती धारण करने से आपको इन विषयों के शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। वैसे भी पाराशरी के अनुसार चौथे घर का चन्द्रमा विशेष मधुर संबंध रखता है क्योंकि ये घर माता का है।
वृष राशि
इस लग्न वालों के लिये चन्द्रमा तीसरे घर का मालिक होता है, जो कि अकारक है। अगर जन्मपत्रिका में चन्द्रमा लग्न में न बैठा हो तो वृष राशि वालों को मोती नहीं पहनना चाहिए। मोती पहनने से भाई-बहनों से संबंध खराब हो जायेंगे और कुछ अपयश भी हो सकता है।
अगली स्लाइड में पढ़ें और राशियों के बारें में