वास्तु शास्त्र में आचार्य इंदु प्रकाश ने कल बात की थी पूर्वमुखी भवन के बारे में और आज हम उसी कड़ी में उसके अगले पहलु पर चर्चा करेंगे। पूर्वमुखी भवन की शुभता सुनिश्चित करने के लिये अगर भवन का पूर्व भाग अन्य भागों से कुछ नीचा हो तो भवन का स्वामी स्वस्थ, हष्ट-पुष्ट और साधन-सम्पन्न होगा। उसे हर तरह की भौतिक वस्तुओं का सुख मिलेगा।
लिहाजा वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्वमुखी भवन का पूर्वी हिस्सा अन्य भागों से नीचा रखने की कोशिश करनी चाहिए। अन्यथा यह हिस्सा ऊंचा रखने पर आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही इससे आपकी संतान के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ेगा। इसलिए ध्यान रखें कि घर का पूर्वी हिस्सा अन्य हिस्सों से ऊंचा न हो। वास्तु शास्त्र में कल हम बात करेंगे पूर्वमुखी भवन में पूर्व और उत्तर दिशा का हिस्सा खाली होने के बारे में।