वास्तु शास्त्र में कल हमने किचन में रखे मेज़र अप्लायंसेज़, यानी बड़े व भारी सामान की दिशा के बारे में बात की थी और आज भी हम उसी कड़ी में आगे बात करेंगे। किचन में मिक्सी, ग्राइंडर और टोस्टर को दक्षिण-पूर्व कोने से लेकर दक्षिण-पश्चिमी कोने के अलावा दक्षिण-पश्चिम से पश्चिम के बीच की दूरी के आधे के बराबर दूरी तक कहीं भी रखा जा सकता है, लेकिन आटा गूंथने की मशीन को पूर्व से दक्षिण पूर्व और दक्षिण-पूर्व से दक्षिण इतने डिस्टेंस के बीच में ही रखना चाहिए।
अगर धोकर रखे बर्तनों की दिशा के बारे में बात करें तो धोए जाने के बाद बर्तनों को उत्तर दिशा में ही सुखाना और रखना चाहिए और भोजन करते समय भोजन के लिये बर्तन उत्तर दिशा से ही उठाए जाने चाहिए। इसके अलावा डाइनिंग टेबल यथासंभव किचन के अंदर होना चाहिए। इसकी वजह ये है कि रसोई में बैठकर भोजन करने से राहु के दुष्परिणाम नहीं मिलते। रसोइघर में अग्नि प्रज्वलित होती है। अग्नि मंगल है, मंगल महावत है, राहु हाथी है और जिस हाथी पर महावत बैठा होता है वो हाथी कंट्रोल में रहता है। राहु के नियंत्रण में रहने से एसिडिटी, गैस और कन्फ्यूजन की समस्याएं खुद ही दूर हो जाती हैं। साथ ही मनुष्य के ज्ञान का स्तर बढ़ता है, विदेश यात्राएं होती हैं, सूचना-संवाद बेहतर हो जाता है और मनुष्य की लगातार उन्नति होती है।
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