वास्तु शास्त्र में कल हमने होटल के लिए भूमि चयन के बारे में आपको बताया था और आज हम बात करेंगे होटल के मुख्य प्रवेश द्वार के बारे में। वास्तु शास्त्र के अनुसार होटल में मुख्य द्वार के निर्माण के लिए ईशान कोण, यानि उत्तर पूर्व दिशा का कोना सबसे अच्छा माना जाता है लेकिन अगर इस दिशा में निर्माण करवाने में कोई अड़चन आ जाये तो आप उत्तर दिशा या पूर्व दिशा का चुनाव भी कर सकते है।
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उत्तर दिशा या पूर्व दिशा में भी निर्माण में कोई अड़चन आ रही हो तो इसके अलावा भूखंड के आधार पर भी मुख्य द्वार के लिए दिशा का चुनाव किया जाता है। यदि भूखंड उत्तर मुखी या पूर्व मुखी है तो मुख्य द्वार का निर्माण ईशान कोण में करवाना ठीक रहता है। यदि भूखंड दक्षिण मुखी है तो मुख्य द्वार आग्नेय कोण, यानि दक्षिण-पूर्व में बनवाना चाहिए। इसके अलावा यदि भूखंड पश्चिम मुखी है तो मुख्य द्वार के लिए वायव्य कोण, यानि उत्तर-पश्चिम दिशा उत्तम रहती है।
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