वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए घर की किचन के बारे में। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर किचन का वास्तु सही न हो तो उसका उल्टा असर घर और घर की महिलाओं पर पड़ता है। इसलिए घर बनवाते समय वास्तु के अनुसार कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
किचन या रसोईघर हमेशा दक्षिण-पूर्वी कोने में बनाना चाहिए। अगर इस कोण में बनवाना संभव न हो तो उत्तर-पश्चिम कोण में भी बनवा सकते हैं। इसके अलावा सबसे अहम हिस्सा किचन का प्लेटफॉर्म पूर्व दिशा में होना चाहिए, उत्तर दिशा में सिंक और अग्निकोण में चूल्हा होना चाहिए। किचन की ऊंचाई लगभग 10 से 11 फीट होनी चाहिए। इससे छोटी ऊंचाई होने पर महिलाओं के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
किचन की दक्षिण दिशा में कभी भी कोई दरवाजा या खिड़की नहीं होने चाहिए। दक्षिण की जगह आप खिड़की पूर्व दिशा की ओर रख सकते है।