वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए नैऋत्य कोण, यानी दक्षिण-पश्चिम दिशा में मिट्टी के बड़े गमले लगाने के बारे में। वास्तु शास्त्र के अनुसार मिट्टी के छोटे गमले लगाने के लिये ईशान कोण और बड़े गमले लगाने के लिये नैऋत्य कोण का चुनाव करना चाहिए।
नैऋत्य कोण, यानी दक्षिण-पश्चिम दिशा में मिट्टी के बड़े गमले लगाने से आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता। इससे आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है। खासकर कि आपको पेट संबंधी किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। साथ ही इससे माता के साथ आपके संबंध अच्छे बने रहते हैं। आपको अपने कामों में अपनी माता से पूरा सहयोग मिलता रहता है।
ईशान कोण, यानी उत्तर-पूर्व दिशा में मिट्टी के गमले लगाने से आपको जीवन में कभी अवरोध, यानी मुसीबतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। अगर फिलहाल कोई परेशानी आपके जीवन में चल भी रही है तो वो भी जल्द ही दूर हो जायेगी। साथ ही इस दिशा में मिट्टी के गमले अपने हाथों से लगाने पर या खुद से उनकी देखभाल करने पर आपके हाथ हष्ट-पुष्ट रहते हैं। इससे आपके हाथों की मजबूती बरकरार रहती है। साथ ही अगर आपके परिवार में कोई छोटा बेटा है तो उसके जीवन में भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं आयेगी और आयेगी भी तो वो उन परेशानियों को सामने से हटाते हुए आगे बढ़ते जायेंगे।