वास्तु शास्त्र के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक यानी बिजली से जुड़े सामान या गर्मी उत्पन्न करने वाले उपकरणों को उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से पुत्र पिता की आज्ञा नहीं मानता और उनका अपमान करता है, साथ ही बेडरूम में कभी भी कांच या मिरर ऐसी जगह पर न रखें जहां से बेड दिखता हो। इससे घर में निगेटिव एनर्जी फैलती है और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी उत्पन्न होती हैं।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार यदि आपका प्लॉट उत्तर व दक्षिण दिशा की ओर से संकरा तथा पूर्व व पश्चिम दिशा में लंबा है तो ऐसी जगह को सूर्यभेदी कहा जाता है। आपके प्लॉट या घर की यह बनावट भी पिता-पुत्र के संबंधों में अनबन की स्थिति पैदा करने वाली होती है।