वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए मन्दिर में तस्वीरों की ऊंचाई के बारे में। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मन्दिर में पूजा के लिये तस्वीरों या मूर्तियों की ऊंचाई एक अंगुल से बारह अंगुल तक रखना ठीक होता है। इससे ज्यादा ऊंचाई की तस्वीरों या मूर्तियों का इस्तेमाल सामूहिक मन्दिरों के लिये ही किया जाना चाहिए। साथ ही मन्दिर में तस्वीरों या मूर्ति के रख-रखाव का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
किसी प्रकार से खंडित या चटके कांच वाली प्रतिमाओं को मन्दिर में स्थान नहीं देना चाहिए। उन्हें तुरंत हटाकर किसी नदी, तालाब में विसर्जित कर देना चाहिए या पीपल के नीचे रख आना चाहिए। देखिये प्रतिमा अगर धातु की है, तो उसके खंडित होने पर उसे ठीक भी कराया जा सकता है, लेकिन लकड़ी या पत्थर की प्रतिमा को फिर से ठीक नहीं किया जा सकता, इसलिए उनके खंडित पर उन्हें तुरंत मन्दिर से हटा देना चाहिए।