धर्म डेस्क: आज ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। साथ ही आज विशाखा नक्षत्र है, जो कि आज दोपहर 03:53 तक रहेगा। विशाखा का अर्थ होता है- विभाजित या एक से अधिक शाखाओं वाला। आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से सोलहवां विशाखा नक्षत्र है। इस नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह विवाह आदि के समय सजाये गए घर के मुख्य द्वार को माना जाता है, जबकि इसका संबंध विकंकत के पेड़ से बताया गया है। विकंकत बेर जाति के अंतर्गत आने वाला एक कँटीला झाड़ीदार वृक्ष है, जिसे कई स्थानों पर पिण्डारा के नाम से भी जाना जाता है।
आज के दिन विशाखा नक्षत्र में जन्मे लोगों या जिनके नाम का पहला अक्षर 'त' हो, उन लोगों को विककंत के पेड़ की उपासना करनी चाहिए। अगर आपको कहीं विककंत का पेड़ न मिले तो आप आंखें बंद करके मन-मन में विकंकत का 11 बार नाम लें। इससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी। विशाखा नक्षत्र को शक्ति, समृद्धि, सुंदरता, उपलब्धियों और खुशियों के साथ जोड़कर देखा जाता है। इस नक्षत्र के दौरान विवाह आदि मांगलिक कार्य, कारीगरी, चित्रकारी और औषधी से सबंधित कार्य आरंभ करना शुभ माना जाता है। विशाखा नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं और इसकी राशि तुला है। आज विशाखा नक्षत्र के दौरान कौन-सा खास उपाय करने से किस राशि वालों को क्या शुभ फल मिलेंगे। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से...
मेष राशि
अगर आप अपने घर की सुख-समृद्धि को बढ़ाना चाहते हैं, तो उसके लिये आज के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर भगवान श्री विष्णु की पूरे विधि-विधान से पूजा करें और पूजा के समय सवा किलो चने की दाल भगवान के चरणों में रख दें। पूजा के बाद उस चने की दाल को वहां से उठाकर किसी मन्दिर या धर्मस्थल के पुजारी को दान कर दें और साथ ही पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लें। आज के दिन ऐसा करने से आपके घर की सुख-समृद्धि अपने आप बढ़ती जायेगी।
वृष राशि
अगर आप कुछ समय से किसी बात को लेकर दुःखी हैं और आप आगे कुछ सोच नहीं पा रहे हैं तो अपनी खुशियों की चाबी ढूंढने के लिये आज के दिन भगवान नारायण का ध्यान करें। साथ ही भगवान नारायण के इस मंत्र का जाप करें। मंत्र है- 'ऊँ नमो भगवते नारायणाय।' आज के दिन भगवान नारायण के इस मंत्र का एक माला, यानी 108 बार जाप करने से आपको अपनी खुशियों की चाबी मिलेगी और आपके जीवन की परेशानियों का हल निकलेगा।
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