नई दिल्ली: छठ पूजा दीपावली के भैयादूज के तीसरे दिन से छठ पूजा की शुरुआत होती है। यानी कि कार्तिक शुक्ल की चतुर्थी से शुरु होता है और सप्तमी तक चलता है। इस बार छठ
माना जाता है कि सूर्य के यंत्र को घर के पूजा-स्थल में विधि-विधान के साथ स्थापित करने से सूर्य दोष से निजात पा जाते है। इसके लिए छठ पूजा के दिन विधि-विधान से यंत्र स्थापित करें और रोज इसकी पूजा करें। ऐसा करने से आपकी कुंडली से दोष हटने के साथ-साथ घर में सुख-शांति आएगी। छठ पूजा के दिन इस तरह करें यंत्र की स्थापना। छठ पूजा के दिन सूर्य यंत्र को लेकर पवित्र करें। इसके लिए गाय का दूध और गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद विधि से पूजन करें और इस मंत्र का जाप करन के बाद इसे स्थापित कर दें- ऊं घृणि सूर्याय नम:
छठ पूजा के दिन सूर्य की कृपा पाने के लिए ब्रह्म मुहूर्त में उठ कर अपने सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान कर । पूजा स्थल में एक सफ्द कपड़े में सूर्य भगवान की तस्वीर स्थापित करें। इसके बाद खुद एक कुछ के आसन में बैठ जाएं इसके बाद विधि से पूजा करें और भगवान को लाल रंग का पुष्प चढाएं और भोग में गुड चढाएं। इसके बाद इस मंत्र का जाप लाल चंदन की माला से 5 माला करें- ऊं भास्कराय नम:
अगर आप अपने मन में किसी भी तरह की मनोकामना रखकर छठ पूजा के दिन उगते हुए सूर्य को ताबें के लोटे से जल का अर्ध्य करते हौ तो वह पूर्ण होती है। जब आप सूर्य को अर्ध्य करें उस जल में लाल फूल और कुमकुम जरुर डालें। साथ ही इस मंत्र का जाप करें- ऊं घृणि सूर्याय नम: