15 सितंबर को सूर्य कर रहा है उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र पर प्रवेश, इन राशियों के जीवन में आएगा भूचाल
15 सितंबर को सुबह 08 बजकर 41 मिनट पर सूर्यदेव ने पूर्वाफाल्गुनी से उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश किया था और ये 27 सितम्बर की दोपहर 12 बजकर 15 मिनट तक यहीं पर रहेंगे। सूर्य के इस नक्षत्र बदलाव से विभिन्न नामाक्षर और नक्षत्र वाले लोगों पर अलग-अलग इफेक्ट पड़ेगा।
धर्म डेस्क: 15 सितंबर को सुबह 08 बजकर 41 मिनट पर सूर्यदेव ने पूर्वाफाल्गुनी से उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश किया था और ये 27 सितम्बर की दोपहर 12 बजकर 15 मिनट तक यहीं पर रहेंगे। सूर्य के इस नक्षत्र बदलाव से विभिन्न नामाक्षर और नक्षत्र वाले लोगों पर अलग-अलग इफेक्ट पड़ेगा। तो सूर्य के उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करने से किस नामाक्षर और नक्षत्र वाले लोगों पर क्या इफेक्ट होगा और उस स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से कैसा रहेगा आपका दिन।
जिन लोगों का जन्म उत्तराफाल्गुनी, हस्त या चित्रा नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम ‘ट’, ‘प’, ‘ठ’ या ‘र’ अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को 27 सितम्बर तक बिजली और आग से संबंधित चीजों के साथ संभलकर काम करना चाहिए। आपको इस दौरान गैस, चूल्हा और बिजली के तार आदि का ध्यानपूर्वक इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही अगर आप इस दौरान कोई नया घर बनाने की सोच रहे हैं तो आपको 27 सितम्बर तक के लिए अपनी ये योजना टाल देनी चाहिए। इसके साथ ही अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए किसी जरुरतमंद को भोजन कराएं। इससे आपको अशुभ फलों से छुटकारा मिलेगा। (14 सितंबर राशिफल: इन राशि के जातकों को मिलेगी अचानक खुशखबरी, वहीं ये लोग रहें सतर्क )
- जिनका जन्म स्वाती, विशाखा, अनुराधा या ज्येष्ठा नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर ‘र’, ‘त’, ‘न’ या ‘य’ हो, 27 सितम्बर तक के लिए उन लोगों के जीवन की गति कुछ थमी हुई सी रहेगी। आपके कामों पर कुछ समय के लिए ब्रेक लग सकते हैं। अतः अपने कामों पर से ब्रेक हटाने के लिये और अपने जीवन की गति को तेज करने के लिये रात को अपने सिरहाने पर 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन सुबह उठकर उन बादाम को मंदिर या किसी धर्मस्थल पर दान कर दें। इससे आपके कामों की गति बनी रहेगी। (Ganesh Chaturthi 2018: गणेश चतुर्थी के दिन राशिनुसार ऐसे करें गणपति की पूजा, होगी हर इच्छा पूरी )
- जिन लोगों का जन्म मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, या श्रवण नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर ‘य’, ‘भ’, ‘ध’, ‘फ’, ‘ज’ या ‘ख’ हो, 27 सितम्बर तक उन लोगों के सभी कामों में स्थिरता बनी रहेगी, जिससे उनके जीवन में भी स्थिरता रहेगी। आप जो भी करेंगे वो 27 सितम्बर तक स्थायी रूप से आपके पास रहेगा। अतः अपने जीवन में इस स्थिरता को बनाये रखने के लिए 27 सितम्बर तक घर में पीतल के बर्तनों को उपयोग में लाएं। इससे आपके कामों में और आपके जीवन में स्थिरता बनी रहेगी।
- जिनका जन्म धनिष्ठा, शतभिषा या पूर्वभाद्रपद नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम ‘ग’, ‘स’ या ‘द’, अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को 27 सितम्बर तक ढेर सारी लक्ष्मी की प्राप्ति होगी। आपके ऊपर अगले चौदह दिनों के दौरान देवी लक्ष्मी की अपार कृपा बरसेगी। इस दौरान आपको धन-दौलत की प्राप्ति होती रहेगी। तो 27 सितम्बर तक अपने ऊपर माँ लक्ष्मी की कृपा बनाये रखने के लिए काली गाय की सेवा करें। साथ ही जरूरत होने पर अपने बड़े भाई का भी सहयोग करें। इससे देवी माँ की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।
- जिन लोगों का जन्म उत्तरभाद्रपद, रेवती, अश्विनी या भरणी नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर ‘द’, ‘च’ या ‘ल’ हो, उन लोगों को 27 सितम्बर तक अपने जीवन में, अपने करियर में लाभ के कई अवसर प्राप्त होंगे। आपको अपने कामों से लाभ ही लाभ मिलेगा। कुल मिलाके आपके साथ सब अच्छा होगा। अतः लाभ की स्थिति 27 सितम्बर तक बनाये रखने के लिए बंदर को गुड़ खिलाएं। इससे आपको अपने कामों में अवश्य ही लाभमिलेगा।
- जिनका जन्म कृतिका, रोहिणी या मृगशिरा नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम ‘अ’, ‘ई’, ‘उ’,‘ए’, ‘व’ या ‘क’ अक्षर से शुरू होता हो, उनके घर के मुखिया को 27 सितम्बर तक कुछ परेशानी हो सकती है। घर के मुखिया को अपनी सेहत के प्रति सावधान रहना चाहिए। साथ ही अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए - सुबह उठकर स्नान आदि के बाद एक लोटा जल में थोड़े चावल के दाने डालकर सूर्यदेव को चढ़ायें। इससे आपको परेशानियों से छुटकारा मिलेगा।
- जिन लोगों का जन्म आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य या आश्लेषा नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर ‘क’, ‘घ’, ‘छ’, ‘ह’ या ‘ड’ हो, उन लोगों को 27 सितम्बर तक आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी चाहिए। आपको अपने पैसों को बेवजह खर्च नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस दौरान आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। तो आपको 27 सितम्बर तक आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़े और आपको शुभ फल मिलते रहें, इसके लिये - 27 सितम्बर तक धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देते रहें और मन्दिर में अपना सिर झुकाएं। इससे आपको आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- जिन लोगों का जन्म मघा या पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम ‘म’ या ट’ अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को 27 सितम्बर तक अपनी सेहत के प्रति सतर्क रहना चाहिए। आपको कोई रोग, पीड़ा या भय हो सकता है। अतः अशुभ फलों से बचने के लिए औरशुभ फलों की प्राप्ति के लिए मंदिर में नारियल का तेल या नारियल के तेल से बनी किसी चीज़ का दान करें। इससे आप सूर्यदेव के अशुभ प्रभावों से बचे रहेंगे।