2 दिसंबर को सूर्य कर रहा है इस खास नक्षत्र में प्रवेश, इस नाम के लोगों पर आएगा सबसे ज्यादा संकट
क: आज मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि और रविवार का दिन है। आज पूरा दिन पूरी रात 16 दिसंबर को सुबह 09 बजकर 10 मिनट तक यहीं पर रहेंगे। साथ ही आज हस्त नक्षत्र और आयुष्मान योग भी है।
धर्म डेस्क: आज मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि और रविवार का दिन है। आज पूरा दिन पूरी रात 16 दिसंबर को सुबह 09 बजकर 10 मिनट तक यहीं पर रहेंगे। साथ ही आज हस्त नक्षत्र और आयुष्मान योग भी है। हस्त नक्षत्र आज पूरा दिन पार करके देर रात 03 बजे तक रहेगा और आयुष्मान योग आज पूरा दिन पार करके देर रात 03 बजकर 14 मिनट तक रहेगा| आपको बता दूं कि आयुष्मान योग के स्वामी गुरु है। इस योग में किए गये कार्य लंबे समय तक शुभ फल देते हैं। अत: आज हमारी चर्चा इन्हीं सब विषयों को लेकर है। आज हम आपको बतायेंगे कि सूर्य के ज्येष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करने से विभिन्न नामाक्षर और नक्षत्र वाले लोगों पर क्या प्रभाव होगा और उस स्थिति में आपको कौन-से उपाय करने चाहिए। जानें आचार्य इंदु प्रकाश से।
ज्येष्ठा, मूल या पूर्वाषाढा नक्षत्र में जन्मे लोग
जिन लोगों का जन्म ज्येष्ठा, मूल या पूर्वाषाढा नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम 'न', 'य', 'भ', 'ध' या 'फ' अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को 16 दिसंबर तक आग और बिजली से संबंधित चीजों के साथ संभलकर काम करना चाहिए। आपको इस दौरान गैस, चूल्हा और बिजली के तार आदि का ध्यानपूर्वक इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही अगर आप इस दौरान कोई नया घर बनाने की सोच रहे हैं तो आपको 16 दिसंबर तक के लिए अपनी ये योजना टाल देनी चाहिए। साथ ही अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए 16 दिसंबर तक धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देते रहें। इससे आपको अशुभ फलों से छुटकारा मिलेगा।
उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा या शतभिषा नक्षत्र में जन्में लोग
जिनका जन्म उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा या शतभिषा नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर 'भ', 'ज', 'ख', 'ग' या 'स' हो, 16 दिसंबर तक के लिए उन लोगों के जीवन की गति कुछ थमी हुई सी रहेगी। आपके सारे काम कुछ समय के लिए रूक जायेंगे। अतः अपने कामों में रूकावट दूर करने के लिए - रात को अपने सिरहाने पर 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन सुबह उठकर उन बादाम को मंदिर या किसी धर्मस्थल पर दान कर दें। इससे आपके कामों की गति बनी रहेगी
पूर्वभाद्रपद, उत्तरभाद्रपद, रेवती या अश्विनी नक्षत्र में जन्मे लोग
जिन लोगों का जन्म पूर्वभाद्रपद, उत्तरभाद्रपद, रेवती या अश्विनी नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर 'स', 'द', 'थ', 'च', या 'ल' हो, 16 दिसंबर तक उन लोगों के कामों में स्थिरता बनी रहेगी। साथ ही उनके जीवन में भी स्थिरता रहेगी। इस स्थिरता को बनाये रखने के लिए - 16 दिसंबर तक संभव हो घर में पीतल के बर्तनों को उपयोग में लाएं। इससे आपके कामों में और आपके जीवन में स्थिरता बनी रहेगी।
भरणी, कृतिका या रोहिणी नक्षत्र में जन्मे लोग
जिनका जन्म भरणी, कृतिका या रोहिणी नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम 'ल', 'अ', 'इ', 'उ' या 'व' अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को 16 दिसंबर तक लक्ष्मी की प्राप्ति होगी। आपके ऊपर लगभग अगले चौदह दिनों के दौरान देवी लक्ष्मी की अपार कृपा बरसेगी। आपको धन-दौलत की प्राप्ति होगी। तो 16 दिसंबर तक अपने ऊपर माँ लक्ष्मी की कृपा को बनाये रखने के लिए - काली गाय की सेवा करें। साथ ही अपने बड़े भाई का भी सहयोग करें। इससे देवी माँ की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।
मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु या पुष्य नक्षत्र में जन्में लोग
जिन लोगों का जन्म मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु या पुष्य नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर 'व', 'क', 'घ', 'छ' या 'ह' हो, उन लोगों को जीवन में 16 दिसंबर तक लाभ के अवसर प्राप्त होंगे, यानि आपको अपने हर काम में लाभ ही लाभ मिलेगा। कुल मिलाके आपके साथ सब अच्छा होगा। अतः 16 दिसंबर तक लाभ की स्थिति बनाये रखने के लिए बंदर को गुड़ खिलाएं। इससे आपको अपने कामों में अवश्य ही लाभ मिलेगा।
आश्लेषा, मघा या पूर्वफाल्गुनी नक्षत्र में जन्में लोग
जिनका जन्म आश्लेषा, मघा या पूर्वफाल्गुनी नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम 'ड', 'म' या 'ट' अक्षर से शुरू होता हो, उनके घर के मुखिया को 16 दिसंबर तक कुछ परेशानी हो सकती है। घर के मुखिया को अपनी सेहत के प्रति सावधान रहना चाहिए। साथ ही अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए - किसी छोटे बच्चे को भोजन कराएं। इससे आपको अशुभ फलों से छुटकारा मिलेगा
उत्तरफाल्गुनी, हस्त, चित्रा या स्वाती नक्षत्र में जन्में लोग
जिन लोगों का जन्म उत्तरफाल्गुनी, हस्त, चित्रा या स्वाती नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर 'ट', 'प', 'र' या 'त' हो, उन लोगों को 16 दिसंबर तक आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी चाहिए। आपको अपने पैसों को बेवजह खर्च नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस दौरान आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। अतः 16 दिसंबर तक सूर्यदेव के अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में बाजरे का दान करें। इससे आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर बनी रहेगी
विशाखा या अनुराधा नक्षत्र में जन्में लोग
जिन लोगों का जन्म विशाखा या अनुराधा नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर 'त' या 'न' हो, उन लोगों को 16 दिसंबर तक अपनी सेहत के प्रति सतर्क रहना चाहिए। आपको कोई रोग, पीड़ा या भय हो सकता है। अतः अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए - बंदर को केला खिलाएं। अगर हो सके तो लाल मुंह वाले बंदर को दें। इससे आपको अशुभ फलों से छुटकारा मिलेगा।
आयुष्मान योग और हस्त नक्षत्र के दौरान किये जाने वाले विशेष उपायों की जिनका जन्म हस्त नक्षत्र में हुआ है, उन्हें आज के दिन रीठा के पेड़ की उपासना करना चाहिए। संभव हो तो उसकी जड़ में जल चढ़ाना चाहिए।
अगर आप कुछ दिनों से किसी बात को लेकर परेशान चल रहे हैं, तो आज के दिन अपनी हथेली को देखते हुए चन्द्रमा के इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए। मंत्र है - ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम: । आज के दिन ऐसा करने से आपकी परेशानी जल्द ही दूर होगी। बता दूं कि इस उपाय को सभी राशि वाले लोग कर सकते हैं, लेकिन हस्त नक्षत्र और कन्या राशि वालों के लिये ये विशेष फलदायी है।
अगर आप अपने कार्यों में सफलता पाना चाहते हैं, तो आज के दिन मंदिर में बेसन के लड्डू का दान करें। साथ ही गुरु के इस मंत्र का 21 बार जप करें। मंत्र है - ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: बृहस्पतये नम:। आज के दिन ऐसा करने से आपको अपने कार्यों में सफलता जरूर मिलेगी। बता दूं कि इस उपाय को सभी राशि वाले लोग कर सकते हैं।
अगर आप अपने भाग्य के सितारे को मजबूत करना चाहते हैं, तो आज के दिन मंदिर में पीले फल का दान करें और भगवान का आशीर्वाद लें। बता दूं कि इस उपाय को सभी राशि वाले लोग कर सकते हैं। आज के दिन ऐसा करने से आपके भाग्य के सितारे मजबूत होंगे।