13 अप्रैल को सूर्य कर चुका है मेष राशि में प्रवेश, जानें अगले 14 मई तक किन राशियों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर
14 मई तक सूर्यदेव के मेष राशि में गोचर से विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलेंगे। अतः सूर्य के इस गोचर का किस राशि वालों पर क्या असर होगा, सूर्यदेव आपके किस स्थान पर गोचर करेंगे और उस स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिये आपको क्या उपाय करने चाहिए। जानें आचार्य इंदु प्रकाश से।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार अप्रैल को सूर्यदेव अश्विनी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और साथ ही सूर्यदेव मीन राशि से निकल कर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही 13 अप्रैल को मीन खरमास समाप्त हो जायेगा। सूर्यदेव के अश्विनी नक्षत्र में प्रवेश 13 अप्रैल को रात 8 बजकर 23 मिनट पर प्रवेश करेंगे और 14 मई की शाम 5 बजकर 17 मिनट तक यहीं पर गोचर करते रहेंगे। सूर्यदेव एक-एक करके बारह राशियों में लगभग 30 दिनों के लिये प्रवेश करते हैं। इस प्रकार सूर्यदेव का यह राशि चक्र मेष राशि से शुरू होकर आखिरी राशि मीन पर समाप्त होता है।
13 अप्रैल को रात 8 बजकर 23 मिनट पर सूर्यदेव के मेष राशि में प्रवेश करने से यह चक्र पुनः शुरू हो गया है। सूर्यदेव जिस किसी राशि में प्रवेश करते हैं, उसी के हिसाब से संक्रांति का नाम पड़ता है। 13 अप्रैल को सूर्यदेव के मेष राशि में प्रवेश करने से यह सूर्य की मेष संक्रांति है।
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सूर्य की इस मेष संक्रांति को सतुआ संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है। सतुआ, यानी चने की दाल या जौ से बना सत्तू। चूंकि 13 अप्रैल को के दिन चने की दाल या जौ से बने सत्तू को खाने और साथ ही दान करने की परंपरा है, जिस कारण से इस संक्रांति को सतुआ संक्रांति कहते हैं। 13 अप्रैल को के दिन सूर्य की इस मेष संक्रांति का पुण्यकाल दोपहर 1 बजकर 59 मिनट से लेकर संक्रांति काल तक रहेगा। इस दौरान हरिद्वार या काशी के अस्सी घाट पर स्नान का बड़ा ही महत्व है। इसके साथ ही 13 अप्रैल को के दिन जल और कुम्भ, यानी मिट्टी के घड़े के दान का भी महत्व है, लेकिन कोरोना के वजह से जो परिस्तिथियाँ बनी है उसमे किसी पवित्र नदी में स्नान करना या कही कुछ दान करना संभव नहीं है। लिहाजा आप 13 अप्रैल को दान करने का संकल्प लेकर उसके निमित्त कुछ दक्षिणा अलग से रख दीजिये और सब ठीक हो जाने पर दान कर दीजिये।
14 मई तक सूर्यदेव के मेष राशि में गोचर से विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलेंगे। अतः सूर्य के इस गोचर का किस राशि वालों पर क्या असर होगा, सूर्यदेव आपके किस स्थान पर गोचर करेंगे और उस स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिये आपको क्या उपाय करने चाहिए। जानें आचार्य इंदु प्रकाश से।
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मेष राशि
सूर्यदेव आपके जन्मपत्रिका के पहले स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको समाज में भरपूर यश और सम्मान मिलेगा। इससे आपके पैसों में वृद्धि होगी और आपके प्रेम-संबंधों में मजबूती आयेगी। साथ ही संतान को न्याय से जुड़े कार्यों में लाभ मिलेगा। अतः 14 मई तक सूर्यदेव की शुभ स्थिति बनाये रखने के लिये संक्रांति के दिन आपको मन्दिर में मिट्टी का घड़ा दान करने का संकल्प लेकर उसके निमित्त कुछ पैसे अलग रख से और कोरोना की परिस्थिति पूरी तरह ठीक हो जाने पर किसी मंदिर में दान कर दें। इससे आपको हर तरह से शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
वृष राशि
सूर्यदेव आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से आप अपनी सुख-सुविधाओं को बढ़ाने के लिये 14 मई तक कुछ पैसे खर्च कर सकते हैं। इस दौरान आपको शैय्या सुख का लाभ मिलेगा। आपका दाम्पत्य जीवन अच्छा रहेगा। अतः 14 मई तक शुभ फल पाने के लिए आपको सुबह के समय अपने घर के खिड़की, दरवाजे खोलकर रखने चाहिए, ताकि सूर्यदेव की रोशनी से घर में पॉजिटिव ऊर्जा आ सके। इससे आपका दाम्पत्य जीवन अच्छा रहेगा और आपकी पैसों की स्थिति भी अच्छी बनी रहेगी।
मिथुन राशि
सूर्यदेव आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको अपनी मेहनत का फल मिलेगा। ऑफिस में आपका इन्क्रिमेंट हो सकता है, यानी आपकी इनकम में बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही 13 अप्रैल को से 14 मई के बीच आपकी कोई इच्छा पूरी हो सकती है। अतः 14 मई तक हर तरह से स्थिति को अपने पक्ष में रखने के लिये रात को सोते समय अपने सिरहाने पर 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन उन बादाम को अपने घर के ही मन्दिर में रख दें और कोरोना की स्थिति पूरी तरह ठीक हो जाने पर किसी मंदिर में दान कर दें। इससे आपको अपनी मेहनत का फल मिलेगा और स्थिति आपके पक्ष में रहेगी।
कर्क राशि
सूर्यदेव आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको नौकरी में कुछ परेशानी फेस करनी पड़ सकती है। आपके करियर में कोई तीसरा व्यक्ति बाधा बन सकता है। साथ ही आपके पिता को भी अपने कम में 14 मई तक कुछ परेशानी हो सकती है। आपको अपने पिता के साथ संबंधों को अच्छा बनाये रखने की कोशिश करनी चाहिए। साथ ही 14 मई तक सूर्यदेव की अशुभ स्थिति से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए आपको व्हाइट या ऑफ व्हाइट कलर की टोपी, पगड़ी या दुपट्टा पहनकर रखना चाहिए। साथ ही ‘ऊँ घृणिः सूर्याय नमः’ मंत्र का जप करना चाहिए। इससे आपको करियर में बहुत हद तक लाभ मिलेगा।
सिंह राशि
सूर्यदेव आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको अपने भाग्य का पूर्ण सहयोग नहीं मिल पायेगा। लगातार मेहनत के बावजूद भी आपको मनचाही कामयाबी मिलने में परेशानी आ सकती है। अतः 14 मई तक भाग्य का साथ पाने के लिये और सूर्य की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए संक्रांति के दिन आपको जौ या चने से बना सत्तू दान करना चाहिए, लेकिन कोरोना की वजह से अभी कही जाना या कुछ दान करना संभव नहीं है परन्तु ये मौका आपके पास 14 मई तक है लेकिन उसके बाद भी सबकुछ ठीक नहीं हुआ तो बाद में भी कर सकते है। इससे आपको अपने भाग्य का साथ पाने में आसानी होगी।
कन्या राशि
सूर्यदेव आपके जन्मपत्रिका के आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। शारीरिक रूप से आप फिट बने रहेंगे। आपको किसी तरह का रोग परेशान नहीं करेगा। अतः 14 मई तक अपना स्वास्थ्य अच्छा बनाये रखने के लिये आपको काली गाय या बड़े भाई की सेवा करनी चाहिए। इससे आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
तुला राशि
सूर्यदेव आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते में कुछ परेशानी आ सकती है। आपके प्रति उनका प्रेम कुछ कम हो सकता है। आपको उनके साथ व्यवहार ठीक बनाये रखना चाहिए। साथ ही इस चीज़ का ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें आपकी कही कोई बात बुरी ना लग जाये। इसके अलावा 14 मई तक सूर्यदेव के अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल पाने के लिये भोजन करने से पूर्व अपने भोजन से एक रोटी निकालकर अपने किसी सहयोगी, दोस्त या किसी जरूरतमंद को खिलाएं, अगर ये संभव ना हो, तो छत पर पक्षियों के लिए रख दें। यहां एक बात का ध्यान रखना है रोटी पक्षियों को डालना है कबूतरों को नहीं। इससे जीवनसाथी के साथ आपके रिश्तों में आ रही परेशानी से आपको छुटकारा मिलेगा।
वृश्चिक राशि
सूर्यदेव आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से मित्रों के साथ आपके संबंधों में मजबूती आयेगी। आप अपने विरोधियों के प्रयासों को सफल होने से पहले ही रोकने की क्षमता रखेंगे। अतः 14 मई तक सूर्यदेव की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिये और किसी भी तरह के अशुभ फलों से बचे रहने के लिये घर पर ही भगवान को गुड़ का भोग लगायें। इससे दोस्तों के साथ आपके संबंध मजबूत बने रहेंगे और शत्रु आपका कुछ नहीं बिगाड़ पायेंगे।
धनु राशि
सूर्यदेव आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से 14 मई तक आपको बहुत-से क्षेत्रों में लाभ मिलेंगे। विद्या के क्षेत्र में आप आगे रहेंगे। आपके विवेक में बढ़ोतरी होगी। गुरु का आशीर्वाद आपके ऊपर बना रहेगा। आपको संतान का सुख मिलेगा। लवमेट के साथ भी आपके रिश्ते बेहतर होंगे। अतः 14 मई तक सूर्यदेव की कृपा से इन शुभ फलों को पाने के लिये रोटी का चूरमा बनाकर पक्षियों को खिलाएं, यहां पर एक बात का ध्यान जरुर रखे चूरमा पक्षियों को खिलाना है कबूतरों को नहीं। इससे आपको जीवन में लाभ ही लाभ मिलेंगे।
मकर राशि
सूर्यदेव आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से भूमि-भवन के मामले में आपको मनचाहा लाभ नहीं मिल पायेगा। अगर आप कोई नया वाहन खरीदने की सोच रहे थे, तो आपको अभी कुछ समय और लग सकता है। साथ ही माता से सहयोग पाने में आपको कुछ परेशानी हो सकती है। अतः 14 मई तक सूर्यदेव की अशुभ स्थिति से बचने के लिये और भूमि-भवन और वाहन का लाभ पाने के लिये 13 अप्रैल को संक्रांति के दिन भगवान सूर्य के मंत्र- ‘ऊं घृणिं सूर्य्य: आदित्य: नमः’ का 11 बार जप करें। इससे आपको भूमि-भवन, वाहन का लाभ पाने में आसानी होगी और माता से भी आपको उचित सहयोग मिलेगा।
कुंभ राशि
सूर्यदेव आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको अपने कामों में भाई-बहनों से पूरा सहयोग मिलेगा। वो आपकी हर तरह से मदद के लिये तैयार रहेंगे। साथ ही दूसरों के सामने आप अपनी बात पूरे कॉन्फिडेंस के साथ रख पायेंगे, जिससे लोग आपसे बहुत प्रभावित होंगे। अतः 14 मई तक इस शुभ स्थिति को बनाये रखने के लिये - सुबह स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को जल अर्पित करें। इससे आपको भाई-बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा और आप दूसरों के सामने अपनी बात अच्छे से रख पायेंगे।
मीन राशि
सूर्यदेव आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको पैसे कमाने के नये मौके मिलेंगे। आप अपनी मेहनत से उन मौकों का फायदा उठाने में कामयाब होंगे, जिससे आपको धन लाभ होगा। अतः 14 मई तक सूर्यदेव के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये आपको घर पर ही परिवार के साथ भगवान की पूजा करनी चाहिए। इससे आपको धन लाभ के नये मौके मिलेंगे।