13 अप्रैल को बन रहा है खास सयोंग, हर समस्या से निजात पाने के लिए राशिनुसार करें ये टोटका
13 अप्रैल, शुक्रवार को बहुत ही खास संयोग है। इस दिन शुक्रवार होने के साथ-साथ प्रदोष व्रत पड़ रहा है।
धर्म डेस्क: 13 अप्रैल, शुक्रवार को बहुत ही खास संयोग है। इस दिन शुक्रवार होने के साथ-साथ प्रदोष व्रत पड़ रहा है। 13 अप्रैल, शुक्रवार को वैशाख कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि सुबह 09:04 तक ही रहेगी, उसके बाद त्रयोदशी तिथि लग जायेगी और जो कि कल सुबह 09:12 तक रहेगी। हर माह के कृष्ण और शुक्ल, दोनों पक्षों की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत किया जाता है और अगर त्रयोदशी तिथि पूरा एक दिन पार करके अगले दिन भी हो, तो प्रदोष व्रत उस दिन किया जाता है, जिस दिन प्रदोष काल होता है।
प्रदोष काल रात्रि के प्रथम प्रहर, यानि सूर्यास्त के तुरंत बाद के समय को कहते हैं। अतः प्रदोष व्रत आज ही के दिन किया जायेगा। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर की पूजा करने का विधान है। हेमाद्रि के व्रत खण्ड-2 में पृष्ठ 18 पर भविष्य पुराण के हवाले से बताया गया है कि त्रयोदशी की रात के पहले प्रहर में जो व्यक्ति किसी भेंट के साथ शिव प्रतिमा के दर्शन करता है- वह सभी पापों से मुक्त होता है। अतः आज प्रदोष व्रत के दिन विभिन्न राशि वालों को अलग-अलग फलों की प्राप्ति के लिये क्या उपाय करने चाहिए। जानिए इन उपायों के बारें में।
मेष राशि
अपने बिजनेस की दिन-दुगनी, रात-चौगनी तरक्की के लिये आज के दिन शाम के समय रंगोली वाले पांच अलग-अलग रंग लेकर, शिव मन्दिर में जाएं और उन रंगों से एक गोल फूल की आकृति वाली रंगोली बनाएं। अब इस रंगोली में बींचो-बीच घी का दीपक जलाएं और हाथ जोड़कर शिवजी का आशीर्वाद देते हुए ध्यान करें। ऐसा करने से आपके बिजनेस की दिन-दुगनी, रात-चौगनी तरक्की होगी।
वृष राशि
अगर आप अपने शत्रुओं से परेशान हैं और उनसे छुटकारा पाना चाहते हैं तो आज के दिन शमी पत्र को साफ पानी से धोकर शिवलिंग पर अर्पित करें और 'ऊँ नमः शिवाय' मंत्र का 11 बार जाप करें। ऐसा करने से आपको अपने शत्रुओं से जल्दी ही मुक्ति मिलेगी।
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