अक्टूबर माह के अंत में शुक्र का गोचर, इन 5 राशियों का होगा भाग्योदय, वहीं ये लोग रहें सावधान
शुक्र का सबसे ज्यादा असर हमारे दाम्पत्य संबंधों पर पड़ता है, साथ ही घर की आर्थिक स्थिति पर भी इसका असर होता है।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार 30 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 12 मिनट पर शुक्राचार्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे और 7 दिसंबर की दोपहर 2 बजकर 1 मिनट तक यहीं पर गोचर करेंगे। उसके बाद मकर राशि में प्रवेश कर जायेंगे।
अंग्रेजी में शुक्र को वीनस कहते हैं। इनका रंग सफेद है। ये मीन राशि में उच्च का और कन्या राशि में नीच का होता है। आपको बता दें कि जीवन में शुक्र का सबसे ज्यादा असर हमारे दाम्पत्य संबंधों पर पड़ता है। साथ ही घर की आर्थिक स्थिति पर भी इसका असर होता है। शुक्र के धनु राशि में इस गोचर से विभिन्न राशि वाले लोगों पर क्या प्रभाव होंगे, शुक्र आपकी जन्मपत्रिका में किस स्थान पर गोचर करेंगे, साथ ही शुक्र की शुभ स्थिति के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिये आपको क्या उपाय करने चाहिए। जानिए
मेष राशि
शुक्राचार्य आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपका भाग्योदय होगा। आपको अपनी मेहनत के बल पर धन लाभ होगा और संतान का सुख प्राप्त होगा। इस दौरान आप अपनी मेहनत से कुछ भी पा सकते हैं। इससे आपके जीवन की स्थिति बेहतर और मजबूत होगी, लिहाजा शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए काली या लाल गाय की सेवा करें।
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वृष राशि
शुक्राचार्य आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। आपको 7 दिसम्बर तक अपने जीवनसाथी की हर बात माननी होगी। आपका जीवनसाथी जो कहेगा, वो आपके लिए पत्थर की लकीर होगा। शत्रुओं को परास्त करने के लिए उठाये गये आपके कदम कारगर साबित हो सकते हैं तो 7 दिसम्बर तक शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए आपको मंदिर में जाकर अपना सिर झुकाना चाहिए।
मिथुन राशि
शुक्राचार्य आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपका स्वभाव दूसरों के प्रति नरम बना रहेगा। आपको इस दौरान सुख की प्राप्ति होगी। जीवनसाथी से आपके संबंध ठीक बने रहेंगे, साथ ही आपको परिवार का सहयोग मिलता रहेगा। इस दौरान आपका अधिकतर समय बाहर यात्राओं में बीत सकता है, लिहाजा 7 दिसम्बर तक शुक्र के शुभ फल बनाये रखने के लिए माता-पिता का आशीर्वाद लें।
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कर्क राशि
शुक्राचार्य आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपके पास धन सामान्य रूप से बना रहेगा। आपकी आर्थिक स्थिति ठीक रहेगी। आपको समय-समय पर अपने भाई-बंधुओं का सहयोग मिलता रहेगा। 7 दिसम्बर तक आपके परिवार की उन्नति होगी। हालांकि संतान पक्ष से आपको आशानुसार लाभ नहीं मिल पायेगा तो आज से 7 दिसम्बर तक अपनी स्थिति ठीक बनाये रखने के लिए घर की महिला अपने बालों में सोने के कलर का यानी गोल्डन कलर का हेयर क्लिप लगाकर रखें।
सिंह राशि
शुक्राचार्य आपके पांचवे स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर से धर्म के प्रति आपकी आस्था बढ़ेगी और परिवार के प्रति लगाव बढ़ेगा, लेकिन प्यार के प्रति अधिक दीवानापन आपके भाग्य की हानि करायेगा, साथ ही 7 दिसम्बर तक आपको अपने सौन्दर्य प्रसाधनों को संभालकर रखने की जरूरत है, लिहाजा शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए मंदिर या धर्मस्थल पर दूध का दान करें, साथ ही गाय की सेवा करें।
कन्या राशि
शुक्राचार्य आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको भूमि, भवन और वाहन का सुख मिलेगा। आपको एक्स्ट्रा मैरिटल रिलेशन के प्रति सतर्क रहना चाहिए, साथ ही आपको संतान सुख की प्राप्ति होगी। इस दौरान आपकी आराम पसंद और हरफनमौला लोगों से मुलाकात हो सकती है, लिहाजा शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए जमीन के नीचे काला सुरमा दबाएं।
तुला राशि
शुक्राचार्य आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से भाई-बहनों के साथ आपके संबंधों में थोड़ी परेशानी आ सकती है। इस दौरान आपके पास चाहें कितनी ही धन-संपत्ति हो, आपको सुख की नींद आने में परेशानी आ सकती है। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए, साथ ही शुक्र की अशुभ स्थिति से बचने के लिए महिलाओं का सम्मान करें। अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा व्यवहार बनाकर रखें।
वृश्चिक राशि
शुक्राचार्य आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति पहले से अच्छी होगी। आपको आजीविका के नये साधन मिल सकते हैं। आपको सांसारिक सुखों की प्राप्ति होगी, साथ ही 7 दिसम्बर तक पशुपालन और कच्ची मिट्टी के काम से जुड़े लोगों को दुगना फायदा मिलेगा, लेकिन इस दौरान आपको अपने शत्रुओं से थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए दो सौ ग्राम गाय का घी मंदिर में दान करें।
धनु राशि
शुक्राचार्य आपके पहले स्थान पर गोचर करेंगे। पहला स्थान लग्न का यानी स्वयं का होता है। शुक्र का यह गोचर आपके लिए शुभ फलदायक होगा। इस दौरान जीवनसाथी का स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। साथ ही आपको हर तरह के सुख की प्राप्ति होगी। नौकरी के क्षेत्र में भी आपको सफलता मिलेगी। इसके अलावा आपको संतान और वाहन आदि का भी सुख मिलेगा। शुक्र की शुभ स्थिति का लाभ उठाने के लिए अपने नहाने के पानी में एक चम्मच दही डालकर नहाएं।
मकर राशि
शुक्राचार्य आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको दूसरों की सहायता पाने के लिए थोड़ी मेहनत करनी होगी। 7 दिसम्बर तक आपके जीवनसाथी को कुछ परेशानी फेस करनी पड़ सकती है। आपका स्वास्थ्य भी ज्यादा ठीक नहीं रहेगा, साथ ही गृहस्थ सुख पाने के लिए आपको कोशिशें करनी पड़ सकती हैं। 7 दिसम्बर तक शुक्र की अशुभ स्थिति से बचने के लिए प्रतिदिन गऊ माता के पैर छूकर आशीर्वाद लें।
कुंभ राशि
शुक्राचार्य आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपकी सुंदरता बनी रहेगी। आपका स्वभाव कुछ बदला हुआ सा रहेगा। अगर आप अपने हर काम जीवनसाथी की सलाह से करेंगे तो निश्चित रूप से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। बहुत दिनों से अधूरी पड़ी आपकी कोई इच्छा भी पूरी होगी। शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में चमेली का तेल दान करें।
मीन राशि
शुक्राचार्य आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने करियर में सफलता प्राप्त होगी, साथ ही आपको अपने कार्यों में पिता से सहयोग मिलेगा। इस दौरान आपको तरक्की के कई मौके मिलेंगे और आप भी उन मौकों का पूरा-पूरा फायदा उठाने में सफल रहेंगे। आपको वाहन आदि का सुख मिल सकता है। 7 दिसम्बर तक शुभ अवसर सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में दही या दही से बनी किसी चीज का दान करें।