धर्म डेस्क: दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाती है। इस बार दीपावली 30 अक्टूबर, रविवार को पड़ रही हैं। दीपावली में इस बार ग्रह-ग्रोचरों के खास संयोग बन रहे है।
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धनतेरस और दीपावली के दिन मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने से आपके ऊपर विशेष कृपा रहेंगी। इस बार दीपावली में सूर्य द्वादश भाव में स्थिर रहेगा, जिसके कारण दुरूधरा योग बन रहा है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से आपको चार गुना ज्यादा फायदा होगा।
ज्योतिषचार्य के अनुसार चंद्रमा के दोनों ओर शुभ ग्रह रहने से करतरी योग बन रहा है। दीपावली में अमृतयोग, प्रीति योग, चित्रा स्वाति नक्षत्र और तुला राशि में सूर्य, बुध और चंद्रमा का त्रिकोण रहेगा। इन सभी के एक साथ रहने से ही महालक्ष्मी पद्म योग का निर्माण हो रहा है। यह शुभ योग सूर्य उदय से प्रारंभ होकर अर्द्धरात्रि तक रहेगा।
दीपोत्सव के दौरान अलग-अलग दिन शुभ योग और संयोग बनेंगे, जो लोगों के जीवन में समृद्धि लाएंगे। पंच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत 28 अक्टूबर से होगी, जो एक नवंबर भाईदूज के साथ समाप्त होगा।
शुभ मुहूर्त
सुबह: 10 बजकर 41 मिनट से 11 बजकर 48 मिनट तक
दोपहर: 2 बजे से 2 बजकर 50 मिनट तक
प्रदोष काल: शाम 5 बजकर 36 मिनट से 7 बजकर 13 मिनट तक
शाम: 8 बजकर 23 मिनट से 10 बजकर 38 मिनट तक
महानिशीथकाल: रात 11 बजकर 30 मिनट से 12 बजकर 22 मिनट बजे तक
सिंह लग्न अर्धरात्रि: 1 बजकर 2 से 3 बजकर 19 बजे तक
यहां ध्यान देने की बात ये है कि अमावस्या तिथि रात में 11 बजकर 8 मिनट तक ही रहेगी ।
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