धर्म डेस्क: आज अधिक ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और गुरुवार का दिन है। साथ ही आज शीतलाष्टमी व्रत है, यानी आज माता शीतला की उपासना का दिन है। होली के बाद चैत्र मास की अष्टमी से लेकर वैशाख, ज्येष्ठ और आषाढ कृष्ण पक्ष की अष्टमी माता शीतला की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होती है।
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि इस दिन जो महिला व्रत रखती है। उसके घर में कभी भी कोई दुख नहीं आता है। इसके साथ ही इस दिन व्रत करने से सुख-समृद्धि और संतान को किसी भी तरह की कोई बीमारी नहीं होती है।
इस दिन मां शीतला को गर्म और ताजा खाना का भोग न लगाकर ठंडा और बासी खाना का भोग लगाते है। यह व्रत एक दिन पहले यानी कि सप्तमी के दिन यानी की 18 मई की रात से शुरु हो जाएगी।
इस कारण है शीतला अष्टमी खास
इस व्रत को लेकर मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से घर-परिवार में चेचक रोग, दाह, पित्त ज्वर, दुर्गंधयुक्त फोड़े, आंखों की सभी बीमारियां आदि शीतलाजनित समस्याएं दूर हो जाती हैं। लिहाजा लोग इनसे मुक्ति पाने और भविष्य में ऐसे रोगों से अपने परिवार के लोगों को बचाने पूजा-पाठ करेंगे।
शुभ मुहूर्त
शीतला सप्तमी पूजा मुहूर्त: सुबह 06:42 से शाम 6: 21 तक
सप्तमी तिथि आरंभ: 2:00 बजे (8 मार्च 2018)
सप्तमी तिथि समाप्त: 3:44 बजे (9 मार्च 2018)
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