A
Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र शरद पूर्णिमा 2017: इस विधि से करें मां लक्ष्मी की पूजा, घर में आएगा धन-धान्य

शरद पूर्णिमा 2017: इस विधि से करें मां लक्ष्मी की पूजा, घर में आएगा धन-धान्य

रुवार, 5 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है। इस पूर्णिमा की रात में चंद्र अपनी 16 कलाओं के साथ दिखाई देगा। शास्त्रों में शरद पूर्णिमा का काफी अधिक महत्व बताया गया है। जानिए मां लक्ष्मी की पूजा करने की विधि और कथा के बारें में...

sharad purnima

अपने आराध्य देव को स्नान कराकर उन्हें सफेद रंग के सुंदर वस्त्राभूषणों से सुशोभित करें। एक चौकी में एक लोटे में जव भर कर रखें और इलके ऊपर एक कटोरी रखें। फिर लोटे में आटे और हल्दी ले लेप करके स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। इसके बाद पूजा शुरू करें। इसके लिए अंब, दीप, नैवेद्य, ताम्बूल, सुपारी, आचमन, वस्त्र, गंध, अक्षत, पुष्प, धूप और दक्षिणा आदि से अपने आराध्य देव का पूजन करें।

इसके साथ ही गाय के दूध से बनी खीर में घी तथा चीनी मिलाकर पूरियां बनाएं और अर्द्धरात्रि के समय भगवान का भोग लगाएं। इसके बाद कथा सुनें।

ऐसे सुने कथा
व्रत सुनने से लिए एक लोटे में जल तथा गिलास में गेहूं, पत्ते के दोने में रोली तथा चावल रखकर कलश की वंदना करके दक्षिणा चढ़ाएं। फिर तिलक करने के बाद गेहूं के 13 दाने हाथ में लेकर कथा सुनें। इसके बाद  गेहूं के गिलास पर हाथ फेरकर मिश्राणी के पांव का स्पर्श करके गेहूं का गिलास उन्हें दे दें। साथ ही जो लोटे में जल है उसे रात में चंद्रमा को अर्घ्य दें। इसके बाद खीर का भोग लगाकर चांड की रोशनी में रख दें और दूसरें दिन इस खीर को प्रसाद के रूप में खाएं।

अगली स्लाइड में पढ़े शरद पूर्णिंमा का व्रत कथा

Latest Lifestyle News