शिवरात्रि 2018: सावन का महीना चल रहा है। ऐसे में गुरुवार यानी 9 अगस्त का दिन बेहद खास है। 28 जुलाई से शुरू हुई कांवड़ यात्रा गुरुवार को खत्म हो जाएगी। गुरुवार को मासिक शिवरात्रि के दिन कांवड़ यात्री भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगेय़ शास्त्रों के अनुसार हर महीने की चतुर्दशी तिथि मासिक शिवरात्रि के तौर पर मनाई जाती है।
मासिक शिवरात्रि भगवान शिव को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा दिन माना गया है। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव जी शिवलिंग के रूप में प्रकट होते हैं।
अगर आपकी कुंडली में भी कालसर्प योग है तो सावन की मासिक शिवरात्रि के दिन विशेष उपाय कर इससे निजात पा सकते है। आमतौर पर कालसर्प दोष 12 प्रकार के होते है। जिनके अनुसार आप ये उपाय अपना सकते है। बस आपको ये बात पता होनी चाहिए कि आपकी कुंडली में कौन सा कालसर्प दोष है। जानिए कालसर्प दोष और उसके अनुसार विशेष उपाय। (9 अगस्त को सावन माह की शिवरात्रि, भूलकर भी न करें ये काम होगा अनिष्ट )
अनन्त कालसर्प दोष
अगर आपकी कुंडली में अनन्त कालसर्प दोष है तो सावन की शिवरात्रि के दिन रांगे जो एक धातु होती है। इससे बना हुआ सिक्का नही में प्रवाहित करें। इससे आपको लाभ मिलेगा।
- नागपंचमी के दिन एकमुखी, आठमुखी अथवा नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
- सावन की शिवरात्रि के दिन नही पर कोयला तीन बार प्रवाहित करें।
- महामृत्युंजय का जाप करें इससे आपका यह दोष शांत होगा।
- घर पर मोर का पंख रखें।
कुलिक कालसर्प दोष
- इस दोष के होने पर आप सावन की शिवरात्रिके दिन जरुरतमंद को दो रंग वाला कंबल और गर्म कपड़े दान दे और इस दिन अपने घर चांदी की ठोस गोली बनाकर इसका पूजा करें और फिर इसे अपने पास ही रखें।
- शिवरात्रि में कोयले को तीन बार नदी में प्रवाहिक करें।
- शनिवार और मंगलवार का व्रत रखें और शनि मंदिर में जाकर भगवान शनिदेव कर पूजन करें व तैलाभिषेक करें, इससे तुरंत कार्य सफलता प्राप्त होती है।
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