Sawan Pradosh Vrat 2021: सावन प्रदोष व्रत आज, जानें मुहूर्त, पूजा विधि और उपाय
जो व्यक्ति आज भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के साथ प्रदोष व्रत करता है, उसे जीवन में वैभव और सभी सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
आज श्रावण कृष्ण पक्ष की उदया तिथि द्वादशी और गुरुवार का दिन है | द्वादशी तिथि आज शाम 5 बजकर 9 मिनट तक रहेगी | उसके बाद त्रयोदशी तिथि शुरू हो जायेगी। प्रत्येक महीने की त्रयोदशी तिथि को भगवान भोले नाथ को समर्पित प्रदोष व्रत किया जाता हैं और प्रदोष व्रत की पूजा त्रयोदशी तिथि के दौरान प्रदोष काल के समय की जाती है। अलग-अलग दिन को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को अलग अलग नाम से जाना जाता है और आज गुरूवार का दिन है लिहाजा आज गुरु प्रदोष व्रत है।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार सूरज छिपने और रात्रि के प्रथम प्रहर को प्रदोष काल कहा जाता है | इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है | साथ ही जो व्यक्ति आज भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के साथ प्रदोष व्रत करता है, उसे जीवन में वैभव और सभी सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
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गुरु प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त
त्रयोदशी तिथि प्रारंभ: 5 अगस्त शाम 5 बजकर 9 मिनट से
त्रयोदशी तिथि समाप्त: 6 अगस्त की शाम 6 बजकर 28 मिनट पर
प्रदोष व्रत पूजा विधि
इस दिन स्नान आदि के बाद सबसे पहले भगवान शिव की बेल पत्र, गंगाजल, अक्षत और धूप-दीप आदि से पूजा की जाती है | फिर संध्या में, यानी प्रदोष काल के समय भी पुनः इसी प्रकार से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए | इस प्रकार जो व्यक्ति भगवान शिव की पूजा आदि करता है और प्रदोष का व्रत रखता है, वह सभी कष्टों से मुक्त होकर पुण्य को प्राप्त करता है और उसे उत्तम लोक की प्राप्ति होती है | भविष्य पुराण के हवाले से बताया गया है कि त्रयोदशी की रात के पहले प्रहर में जो व्यक्ति किसी भेंट के साथ शिव प्रतिमा के दर्शन करता है, उसे जीवन में अप्रतिम लाभ मिलता हैं |
प्रदोष व्रत उपाय
- अगर आप मनचाहा जीवनसाथी पाना चाहते हैं, तो मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिये या आपकी पहले से शादी हो चुकी है, लेकिन उसमें बिल्कुल भी प्यार नहीं है तो शादी में प्यार कायम करने के लिये आज आपको दूध में थोड़ा-सा केसर और सफ़ेद पुष्प डालकर शिवलिंग पर चढ़ाएं |
- अगर आपको हर समय किसी न किसी चीज का भय बना रहता है, तो इससे बचने के लिए आज बालू, राख, गुड़ और मक्खन मिलाकर शिवलिंग बनाएं और उसका विधि-विधान से पूजन करें। फिर शिव जी के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। मंत्र है–
‘ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् |
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ||’
- पूजा समाप्त होने के बाद में उस बालू, राख से बनी शिवलिंग को कहीं एकांत जगह पर रख आयें|
- अगर आप अपने बिजनेस की बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो अपने बिजनेस की बढ़ोतरी के लिए आज रंगोली वाले पांच अलग-अलग रंग लें और शाम के समय शिव मंदिर में जाकर उन रंगों से एक छोटी-सी गोल आकृति में रंगोली बनाएं। अब इस रंगोली के बींचो-बीच में घी का दीपक जलाएं और अपने बिजनेस की बढ़ोतरी के लिए भगवान से प्रार्थना करें।अगर आप कर्ज की किश्तों से परेशान हैं तो कर्ज से मुक्ति पाने के लिये और साथ ही अपना आर्थिक पक्ष मजबूत करने के लिए आज सुबह के समय भगवान शिव और माता पार्वती के सामने घी का दीपक जलाएं और किसी मिठाई का भोग लगाएं।
- अगर आपके घर की सुख-समृद्धि को किसी की नजर लग गई है तो उस बुरी नजर से अपने घर को बचाने के लिये आज हाथ में जौ का आटा लेकर भगवान शंकर के चरणों में स्पर्श कराएँ। बाद में उस जौ के आटे की रोटियां बना लें और गाय के बछड़े या बैल को खिला दें |