सोमवार से सावन शुरू हो रहा है। सावन का महीना भगवान भोलेनाथ के आराधकों के लिए खास होता है। इस महीने अगर कोई भी भोले भंडारी की श्रद्धापूर्वक आराधना कर ले तो उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। सावन के महीने में भगवान शिव की उपासना में मंत्रों का जाप भी जरूर करना चाहिए। इन मंत्रों के उच्चारण से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं। खास बात है कि हर मंत्र का अपना अर्थ है। जानिए शिव बाबा के मंत्रों और उनके अर्थ के बारे में....
Sawan 2020: सावन के सोमवार के व्रत रखने पर मिलते हैं ये 3 शुभ फल, हमेशा बनी रहती है भोलेनाथ की कृपा ऊं महादेवाय नम:
भगवान शिव और देवी लक्ष्मी दोनों होते हैं खुश
सावन के महीने में हर दिन कमल के फूलों से 'ऊं महादेवाय नम:' मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से न केवल भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं बल्कि देवी लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं।
ऊं नम: शिवाय
उम्र बढ़ाने के लिए
'ऊं नम: शिवाय' मंत्र का जाप उम्र बढ़ाने के लिए किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि भोलनाथ की पूजा करते वक्त इस मंत्र का जाप करने और उन पर दुर्वा और जल चढ़ाने से उम्र बढ़ती है।
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मान-सम्मान में होती है बढ़ोतरी
रोजाना अगस्त्य के फूलों को चढ़ाते वक्त 'ऊं नमो भगवते रुद्राय' मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से मान-सम्मान में बढ़ोतरी होती है।
ऊं हौं जूं सः पालय पालय सः जूं हौं ऊं
रोग होते हैं दूर
'ऊं हौं जूं सः पालय पालय सः जूं हौं ऊं' मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। पूजा के दौरान इस मंत्र का उच्चारण करने से रोग दूर होते हैं।
ऊं शंकराय नम:
भय, क्लेश और गरीबी होती है दूर
श्वावन मास महीने में पूजा के दौरान रोज तिल के फूलों को भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। इन फूलों को चढ़ाते वक्त 'ऊं शंकराय नम:' मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से भय, क्लेश और गरीबी दूर होती है।
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