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Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सैय्यद वासिफ हसन उर रहमान ने कहा- मजहब इंसानियत सिखाता है

मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सैय्यद वासिफ हसन उर रहमान ने कहा- मजहब इंसानियत सिखाता है

मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सैय्यद वासिफ हसन उर रहमान ने लॉकडाउन का पालन करने वालों का शुक्रिया। साथ ही लोगों से लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की अपील भी की।

कोरोना वायरस महामारी से पूरा देश जूझ रहा है। इससे बचने के लिए लॉकडाउन लागू किया गया था। अब धीरे-धीरे कई चीजों में छूट भी दी जा रही है। इस सकंट की घड़ी में इंडिया टीवी कई धर्मों के महागुरुओं के साथ सर्वधर्म सम्मेलन कर रहा है। जिसमे लखनऊ की टीले वाली मस्जिद के मुतवल्ली  मौलाना सैयद वासिफ हसन उर रहमान देश के जाने माने मुस्लिम धर्म गुरु शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने बताया कि  इंसानियत से बड़ा कोई मजहब नहीं होता है। इस समय में जिसकी मदद कर सकते हैं करिए।

मौलाना सैयद वासिफ हसन उर रहमान ने कहा कि इंसानियत से बढ़कर कोई मजहब नहीं है। डॉक्टर्स ने जो कहा है उसका पालन करिए, और जिन्होंने लॉकडाउन का पालन किया उनका धन्यवाद देता हूं। सरकार जो भी कर रही है सबकी बेहतरी के लिए कर रही है। कोरोना से सबको मिलकर लड़ना है। उन्होंने कहा- मेडिकल से जुड़े लोग आपसे ज्यादा जानते हैं, इसलिए उनकी बात मानिए। मास्क लगाइए, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करिए।

मौलाना सैयद वासिफ हसन उर रहमान ने मस्जिद में लोगों से भीड़ ना लगाने की अपील की। उन्होने कहा- लॉकडाउन खत्म हो गया है इसका मतलब ये नहीं है कि आप मॉल और मस्जिद में एकत्र हो जाएं। हम मस्जिद जाएं तो अल्लाह से दुआ करें कि जल्दी से ये महामारी ठीक हो जाए और अपना गुनाहों के लिए माफी मांगे। बेहतर होगा की घर पर अपने बच्चों के साथ ही नमाज पढ़ें। इसके अलावा साफ सफाई का ध्यान रखें, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। ज्यादा लोग आए तो मस्जिद वालों की जिम्मेदारी है कि उन्हें वापिस भेज दें। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखिए।

मौलाना सैयद वासिफ हसन उर रहमान ने अपने पड़ोसियों का ध्यान भी रखें। उन्होंने बताया,हमें कहा गया है कि 7 घर इधर और 7 घर उधर के पड़ोसियों का ध्यान रखना है, कोई भूखा ना रहे और किसी को कोई परेशानी ना हो। ये 7 घर किसी भी धर्म के हो सकते हैं।

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