कोरोना संकट पर ईसाई धर्मगुरु सेबेस्टियन कल्लुपुरा ने कहा- पतन के बाद एक नया युग आएगा
बिशप सेबेस्टियन कल्लुपुरा ने बताया कि इस संकट की घड़ी का सामना खुद में बदलाव लाकर करना होगा।
इंडिया टीवी पर 'सर्वधर्म सम्मेलन' चल रहा है। इस महाआयोजन में 20 महागुरुओं की संतवाणी सुनने का मौका मिल रहा है। यहां पर आकर सभी धर्मगुरु इस संकट की घड़ी का सामना करने साहस दे रहे हैं और सकारात्मकता फैला रहे हैं। कोरोना काल में दूसरों की सेवा करते हुए इस वैश्विक महामारी पर विजय प्राप्त की जा सकती है, इसके बारे में ईसाई धर्मगुरु सेबेस्टियन कल्लुपुरा ने संदेश दिया।
पटना आर्कडायोसिस के कोएडज़ूटर बिशप सेबेस्टियन कल्लुपुरा ने कहा कि मैं ईश्वर पर भरोसा करता हूं और मुझे यकीन है कि उनकी मर्जी के बिना कुछ नहीं होता है। इस संकट की स्थिति में लोगों को एक-दूसरे की मदद करना है।
मनुष्य को खुद में लाना होगा बदलाव
बिशप सेबेस्टियन कल्लुपुरा ने बताया कि बाइबिल में लिखा है कि ऐसी विपदा आएगी। दुनिया में जब बुराई फैल जाती है, मनुष्यों में घमंड भर जाता है। अपने आप को ही सब कुछ मानकर लोग मानवीयता को छोड़कर स्वार्थ जीवन जीना शुरू करते हैं, तब ऐसा होता है, लेकिन इस संकट की घड़ी का सामना खुद में बदलाव लाकर करना होगा।
पतन के बाद नया युग आएगा
उन्होंने आगे लिखा, 'पूरी दुनिया में घबराहट फैली हुई है। अपने जीवन को थोड़ा निराशा से हटाकर आशा में लाने के लिए ईश्वर का चिंतन करना जरूरी है। जो निर्देश दिए गए हैं, उनका पालन करते हुए मंदिरों, मस्जिदों और गिरिजाघरों में जा सकते हैं, लेकिन खुद को सुधारना बहुत जरूरी है। पिछले ढाई महीने से लोग घर पर ही प्रार्थना कर रहे हैं। ऐसे में अब घर-घर में चर्च बन गया है। घबराने की बात नहीं है। पतन के बाद एक नया जीवन और नया युग आएगा। '
बिशप सेबेस्टियन कल्लुपुरा कैरिटास इंडिया के चेयरमैन हैं। इस संस्था ने इस संकट की घड़ी में करीब 1 करोड़ लोगों को खाना खिलाया है। बिशप सेबस्टियन कल्लूपूरा कई इलाकों में हेल्थ अवेयरनेस प्रोग्राम चलाते हैं। पिछड़े इलाकों में स्वच्छता अभियान भी चलाते हैं।