जैन साध्वी आचार्य श्री चंदना ने कहा- प्रकृति का सहयोगी बनना बहुत जरूरी है...
जैन साध्वी आचार्य श्री चंदना ने बताया दि धर्म के अनुसार मानव के लिए वो क्या नियम है, जिसके जरिए इस वैश्विक महामारी को हराया जा सकता है।
कोरोना के संक्रमण काल में आस्था जगाने और जीवन को अनवरत आगे बढ़ाने के प्रयास में इंडिया टीवी कई धर्मों के महागुरुओं के साथ 'सर्वधर्म सम्मेलन' कर रहा है। इस महाआयोजन में 20 महागुरुओं की संतवाणी सुनने का मौका मिल रहा है। धर्म गुरुओं से ये जानने का मौका मिल रहा है कि कैसे इस महामारी से खुद का बचाव करें और अपना आत्मविश्वास बढ़ाएं, ताकि इससे मुकाबला कर सकें और इस पर विजय प्राप्त कर सकें। जैन साध्वी आचार्य श्री चंदना ने बताया कि सेवा भक्ति से कोरोना को हराने की शक्ति मिलेगी। अगर मन मजबूत रहेगी को वायरस को हराया जा सकता है।
जैन साध्वी आचार्य श्री चंदना ने बताया दि धर्म के अनुसार मानव के लिए वो क्या नियम है, जिसके जरिए इस वैश्विक महामारी को हराया जा सकता है। उन्होंने उन लोगों को भी नमन किया है, जो लोग इस संकट की घड़ी में अपनी जान दांव पर लगाकर दूसरों की सेवा कर रहे हैं।
प्रकृति का सहयोगी बनना है जरूरी
'सर्वधर्म सम्मेलन' में जैन साध्वी आचार्य श्री चंदना ने कहा कि हम लोग प्रकृति का महत्व भूल चुके हैं। हमें नेचर का सहयोगी बनना है। अगर हम बाथरुम में पानी भी कम बहाएंगे तो ये छोटी सी पहल भी प्रकृति का सहयोग करेगी।
जैन साध्वी आचार्य श्री चंदना 'आचार्य' का खिताब पाने वाली पहली महिला हैं। वो 'ताई महाराज' के नाम से भी जानी जाती हैं। उन्होंने वीरायतन नाम की संस्था की स्थापना की है। देश-विदेश में इसकी 25 शाखाएं हैं।
आपको बता दें कि इंडिया टीवी पर सर्वधर्म सम्मेलन हो रहा है, जिसमें देश के प्रतिष्ठित 20 महागुरु शामिल हो रहे हैं। ये महागुरु कोरोना काल में धैर्य और संयम रखने के साथ साथ जनता को कोरोना से लड़ने के लिए शक्ति लेने का मार्ग भी बताएंगे और कोरोना काल में कैसे स्वस्थ औऱ सुरक्षित रहा जाए, ये भी बताएंगे।