A
Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र संकष्टी चतुर्थी आज: संतान की लंबी उम्र के लिए ऐसे करें श्री गणेश पूजा

संकष्टी चतुर्थी आज: संतान की लंबी उम्र के लिए ऐसे करें श्री गणेश पूजा

संकष्टी चतुर्थी कृष्ण पक्ष को आने वाली चतुर्थी को कहा जाता है। इस चतुर्थी को 'माघी चतुर्थी' या 'तिल चौथ' भी कहा जाता है। इस दिन भगवान श्रीगणेश की आराधना सुख-सौभाग्य आदि प्रदान करने वाली कही गई है।

lord ganesha- India TV Hindi lord ganesha

धर्म डेस्क: संकष्टी चतुर्थी के दिन श्री गणेश की पूजा करने से लाभकारी होता है। इस दिन पूजन करने से धन-संपत्ति की की प्राप्ति होगी। इसके साथ ही किसी भी तरह की बीमारी हो। उससे मुक्ति मिल जाती है। शाम के समय संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा सुननी चाहिए। रात के समय चन्द्रोदय होने पर गणेश जी का पूजन कर ब्राह्मणों को भोजन कराने के बाद स्वयं भोजन करना चाहिए। इस बार संकष्टी चतुर्थी 14 मई, रविवार को हैं। ये भी पढ़े: (विष्णु पुराण: ये 4 काम न करें ज्यादा देर, हो सकता है नुकसानदेय)

संकष्टी चतुर्थी  के दिन विधि-विधान के साथ पूजा करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है। जानिए इसकी पूजा-विधि के बारें में।

  • इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान कर भगवान गणेश की स्मरण करें। इस दिन व्रत रखें और हो सके तो लाल रंग के कपड़े पहने।
  • श्रीगणेश की पूजा करते समय अपना मुंह पूर्व अथवा उत्तर दिशा की ओर रखें। तत्पश्चात स्वच्छ आसन पर बैठकर भगवान गणेश का पूजन करें।
  • फल, फूल, रौली, मौली, अक्षत, पंचामृत आदि से श्रीगणेश को स्नान कराके विधिवत तरीके से पूजा करें।
  • गणेश पूजन के दौरान धूप-दीप आदि से श्रीगणेश की आराधना करें।
  • श्री गणेश को तिल से बनी वस्तुओं, तिल-गुड़ के लड्‍डू तथा मोदक का भोग लगाएं। 'ऊं सिद्ध बुद्धि सहित महागणपति आपको नमस्कार है। नैवेद्य के रूप में मोदक व ऋतु फल आदि अर्पित है।'
  • सायंकाल में व्रतधारी संकष्टी गणेश चतुर्थी की कथा पढ़े अथवा सुनें और सुनाएं। तत्पश्चात गणेशजी की आरती करें।
  • विधिवत तरीके से गणेश पूजा करने के बाद गणेश मंत्र 'ऊं गणेशाय नम:' अथवा 'ऊं गं गणपतये नम: की 108 बार जाप करें।
  • इस दिन अपने सामर्थ्य के अनुसार गरीबों को दान करें। तिल-गुड़ के लड्डू, कंबल या कपडे़ आदि का दान करें। ये भी पढ़े: (जानिए, आखिर क्यों शादी में निभाई जाती है कन्यादान की रस्म)

Latest Lifestyle News