...तो इस वजह से बच्चे अपनी मां से अक्सर बोलते हैं झूठ
आपके बच्चे की झूल बोलने की यह है बड़ी वजह...
उन्होंने कहा कि बार-बार 'न' कहने से बच्चों के व्यवहार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। अनियमित आहार लेने की आदत अधिकांश बच्चों में समय के साथ बदल जाती है और बाद में उनके आहार में आवश्यक पोषक तत्व शामिल हो जाते हैं। तब डाइनिंग टेबल पर आहार को लेकर डांट-डपट की संभावनाएं भी खत्म हो जाती हैं।
डॉ. नीति ने कहा कि सबसे अच्छा समाधान यह है कि बच्चों को ऐसा मल्टीविटामिन/मल्टीमिनरल सप्लीमेंट दिया जाए, जो उन्हें कुछ पोषक तत्वों का 100 प्रतिशत आरडीए प्रदान करे, जो न केवल आहार में अनुपस्थित पोषक तत्वों की कमी को पूरा करे, बल्कि बच्चे की प्रतिरोधी क्षमता का भी विकास करे।
मजबूत बच्चों की मां को कम चिंता होती है, इसलिए प्रसन्नचित्त, सकारात्मक एवं मजबूत बच्चे का विकास होने दीजिए। अच्छा प्रतिरोधी सिस्टम सेहतमंद शरीर के साथ सेहतमंद मस्तिष्क भी प्रदान करता है। इसलिए स्वयं में बदलाव करें और 'यस मॉम' बनकर अपने बच्चों में मजबूत प्रतिरोधी शक्ति का विकास कर उन्हें स्वतंत्रतापूर्वक विकसित होने से न रोकें।