लंकापति रावण की मां जो एक राक्षसी थी, लेकिन उन्होनें एक बाह्मण पुरुष से विवाह किया । जिसके कारण रावण ब्राह्मण हुआ। रावण एक प्रकांड पंडित था। उसे सभी शास्त्रों का ज्ञान था। यहा तक कि उसे अपना भविष्य भी पता चल जाता था। रावण अपनी मां के कहने पर राक्षस प्रवृत्ति बढ़ती गई। जिससे वह एक अत्याचारी रावण बन गया। जिसके चलते उसने कई पाप किए और कई श्राप मिलें जो उसकी मृत्यु का कारण बना।
लंकेश एक ब्राह्मण होने के कारण श्रीराम पर ब्रह्म हत्या का पाप लगा था। इस कारण महान ऋषियों ने श्रीराम को ब्रह्म हत्या के पाप का प्रायश्चित करने के लिए कहा। जिसमें श्री राम को एक शिवलिंग को स्थापित करके उसका अभिषेक करने को कहा। तब श्री राम ने पवनपुत्र हनुमान को कहा कि वह कैलाश जाए और वहां से एक शिवलिंग लेकर आए। जब हनुमान कैलाश गए तो वहां उन्हें एक भी शिवलिंग नही दिखें जिसके कारण हनुमान शिव भगवान को प्रसन्न करने के लिए तप करने लगें। जिसके कारण वह समय में श्री राम के पास नही पहुंचे।
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