धर्म डेस्क: भाई-बहन का खास त्यौहार रक्षाबंधन भारत देश में धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई को राखी बांध कर उसकी लंबी उम्र की कामना करती है। वहीं भाई भी अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देते हैं। इस बार रक्षाबंधन 18 अगस्त को है।
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श्रावण शक्ल पक्ष पूर्णिमा को रक्षबंधन का त्योहार बनाया जाता हैं। इस बार इस त्योहार में कालसर्प योग औप पंचक में राखी बांधी जाएगी। इस साल भी भद्रा हैं। ज्योतिषचार्य के अनुसार रक्षाबंधन कालसर्प दोष अमृत योग और पंचक अशुभ नहीं हैं। पंचक दोपहर 12 बजकर 50 मिनट से शुरु हो रहे हैं।
इस साल बहन अपने भाई की कलाई में राखी दोपहर 1बजकर 16 मिनट से 3 बजे के बीच में बाधें। क्योंकि यह समय शुभ माना गया हैं। इस शुभ समय में राकी बंधना दोनों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता हैं।
शास्त्रों के अनुसार में भद्रा के पुच्छ काल में कार्य करने से कार्यसिद्धि और विजय प्राप्त होती है। किन्तु भद्रा के पुच्छ काल समय का प्रयोग शुभ कार्यों के के लिये विशेष परिस्थितियों में ही किया जाना चाहिए।
ऐसे बांधे बहने अपने भाई को राखी
रक्षाबंधन के दिन भाई-बहन स्नान करके भगवान की पूजा करें इसके बाद बहन रोली, अक्षत, कुमकुम एवं दीप रखकर थाल सजाएं और इसमें रंग-बिरंगी राखियों को भी रखें फिर इनकी पूजाकर बहनें भाइयों के माथे पर कुमकुम, रोली एवं अक्षत से तिलक करें फिर भाई की दाए हाथ की कलाई पर राखी बांधे इसके बाद मिठाई से भाई का मुंह मीठा करे। राखी बंधवाने के बाद भाई बहन को रक्षा का आशीर्वाद एवं उपहार आदि दें। बहनें राखी बांधते समय भाई की लम्बी उम्र एवं सुख तथा उन्नति की कामना करती है।
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