प्रदोष व्रत: बुधवार चमका सकता है आपकी किस्मत, राशिनुसार ऐसे करें भगवान शिव को प्रसन्न
आज प्रदोष व्रत के दिन शिव जी के निमित्त कुछ विशेष उपाय करने से विभिन्न राशि वालों को अलग-अलग फल प्राप्त होंगे, तो किस राशि वालों को आज के दिन कौन-से शुभ फलों की प्राप्ति होगी। जानिए इस बारें में आचार्य इंदु प्रकाश से।
धर्म डेस्क: आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। आपको बता दूं कि हर माह के कृष्ण और शुक्ल, दोनों पक्षों की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत होता है और सप्ताह के सातों दिनों में से जिस दिन प्रदोष व्रत पड़ता है, उसी के नाम पर उस प्रदोष का नाम रखा जाता है। जैसे सोमवार को आने वाले प्रदोष व्रत को सोम प्रदोष कहा जाता है, मंगलवार को आने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष कहा जाता है और शनिवार को आने वाले प्रदोष व्रत को शनि प्रदोष कहा जाता है। प्रदोष व्रत में प्रदोष काल का भी बहुत महत्व होता है। त्रयोदशी तिथि में रात्रि के प्रथम प्रहर, यानि सूर्योदय के बाद के समय को प्रदोष काल कहते हैं।
आज के दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। आज के दिन प्रातः काल में स्नान आदि के बाद सबसे पहले भगवान शिव की बेल पत्र, गंगाजल, अक्षत और धूप-दीप आदि से पूजा की जाती है। फिर संध्या में, यानी प्रदोष काल के समय भी पुनः इसी प्रकार से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। इस प्रकार जो व्यक्ति भगवान शिव की पूजा आदि करता है और प्रदोष का व्रत रखता है, वह सभी पापकर्मों से मुक्त होकर पुण्य को प्राप्त करता है और उसे उत्तम लोक की प्राप्ति होती है।
हेमाद्रि के व्रत खण्ड-2 में पृष्ठ 18 पर भविष्य पुराण के हवाले से बताया गया है कि त्रयोदशी की रात के पहले प्रहर में जो व्यक्ति किसी भेंट के साथ शिव प्रतिमा के दर्शन करता है- वह सभी पापों से मुक्त होता है। साथ ही आज प्रदोष व्रत के दिन शिव जी के निमित्त कुछ विशेष उपाय करने से विभिन्न राशि वालों को अलग-अलग फल प्राप्त होंगे, तो किस राशि वालों को आज के दिन कौन-से शुभ फलों की प्राप्ति होगी। जानिए इस बारें में आचार्य इंदु प्रकाश से।
मेष राशि
अपने घर के सदस्यों की खुशहाली के लिए और उनकी तरक्की सुनिश्चित करने के लिए आज सुबह स्नान आदि के बाद शिव मंदिर जाकर सबसे पहले शिवलिंग पर शुद्ध जल चढ़ाएं और धूप-दीप आदि से भगवान की पूजा करें। अगर संभव हो तो शाम के समय भी फिर से स्नान आदि करके साफ कपड़े पहनकर शिव मंदिर जाएं। अगर दोबारा स्नान नहीं कर सकते तो केवल हाथ-पैर धोकर, साफ-सुथरे कपड़े पहनकर मंदिर में जाएं और वहां जाकर ठीक सुबह की तरह धूप-दीप आदि से भगवान शंकर की पूजा करें। अगर दोनों समय मन्दिर जाकर पूजा करना आपके लिए संभव नहीं है, तो केवल शाम के समय मन्दिर जाकर शिव पूजा करें और सुबह घर पर ही भगवान का आशीर्वाद ले लें। आज के दिन इस प्रकार भगवान की पूजा करने से आपके परिवार में खुशहाली हमेशा बनी रहेगी।
वृष राशि
अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए और एक बेहतर जीवन के लिए आज के दिन आप सुबह स्नान आदि रोजमर्रा के कार्यों से निवृत्त होकर अपने घर के आसपास किसी शिव मंदिर में जाएं और वहां जाकर शुद्ध जल में दूध और गंगाजल डालकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। साथ ही भगवान से अपने अच्छे स्वास्थ्य और बेहतर जीवन के लिए प्रार्थना करें। आज के दिन ऐसा करने से आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा और जीवन भी बेहतर हो जाएगा।
मिथुन राशि
अगर किसी कारणवश आपके प्रेम विवाह में लंबे समय से अड़चने आ रही हैं, तो उन अड़चनों से मुक्ति पाने के लिए आज के दिन सुबह स्नान आदि के बाद शिव जी को प्रणाम करें और उनके सामने आसन बिछाकर बैठ जाएं। फिर शिव जी के मंत्र का जाप करें। मंत्र है - 'ॐ नम: शिवाय:'। आज के दिन इस मंत्र का 11 बार जाप करें। साथ ही जाप पूरा होने के बाद भगवान को पुष्प अर्पित करें| आज के दिन ऐसा करने से आपके प्रेम विवाह में आ रही सारी अड़चने जल्द ही समाप्त हो जाएंगी।
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