उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के उद्घाटन पर पहुंचे पीएम मोदी ने यहां के मशहूर भगवान गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली पर जाकर पूजा-अर्चना की। बौद्ध धर्म के लोगों के लिए यह सबसे प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बुद्ध को चीवर भी दान किया। इसके साथ ही उन्होंने अभिधम्म दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में बौद्ध भिक्षुओं को चीवर दान किया। जानिए आखिर क्या होता है चीवर?
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भगवान बुद्ध के तुषिता स्वर्ग से वापस धरती पर आने का! इसीलिए आश्विन पूर्णिमा को आज हमारे भिक्षुगण अपने तीन महीने का 'वर्षावास' भी पूरा करते हैं। आज मुझे भी वर्षावास के उपरांत संघ भिक्षुओं को 'चीवर दान' का सौभाग्य मिला है।
Kartika Month 2021: कब से शुरू हो रहा है कार्तिक मास? जानिए इस माह तुलसी पूजा क्यों है फलदायी
क्या होता है चीवर? भगवान बुद्ध की अधिकांश मूर्तियों में चीवर पड़ा होता है। चीवर साधु-संन्यासियों और भिक्षुकों द्वारा धारण किए जाने वाले परिधान को कहते हैं। यह वस्त्र का एक छोटा टुकड़ा होता था। वैराग्य और त्याग के सिद्धांतो के कारण निजी उपभोग के लिए जितना हो सके कम से कम सांसारिक वस्तुओं पर निर्भर रहने का प्रयास करते हैं। इसीकारण वस्त्र के छोटे टुकड़े को ही कंधे से ऊपर गर्दन के पीछे से गठान बांध कर लटका लिया जाता था जो भिक्षुकों के घुटनों तक शरीर को ढक लेता था। यही 'चीवर' कहलाता था।
आपको बता दें कि कार्तिक मास के मौके पर बौद्ध भिक्षुओं को चीवर के साथ अन्य खान-पीने का समान दान करना शुभ माना जाता है।
Latest Lifestyle News