Surya Grahan 2018: आज है साल का आखिरी सूर्यग्रहण, ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ख्याल
11 अगस्त को इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा। आपको बता दें कि ये भारत में नहीं दिखेगा बल्कि यूरोप के कुछ देशों और पूर्वी देशों में दिखाई देगा।
नई दिल्ली: 11 अगस्त को इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा। आपको बता दें कि ये भारत में नहीं दिखेगा बल्कि यूरोप के कुछ देशों और पूर्वी देशों में दिखाई देगा। आज साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) है ।जो दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से लेकर शाम 5 बजे तक दिखेगा। 3 घंटे 28 मिनट तक चलने वाला यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसे नॉर्थ अमेरिका, नॉर्थ पश्चिम एशिया, साउथ कोरिया, मॉस्को और चीन में देखा जा सकेगा। इन देशों के समय के अनुसार यह सूर्य ग्रहण सुबह 8 बजकर 2 मिनट से शुरू होकर 11 बजकर 30 मिनट पर खत्म होगा।
क्योंकि यह ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) है इसीलिए ये पृथ्वी के उत्तरी गोलार्द्ध यानी उत्तरी यूरोप से लेकर पूर्वी एशिया और रूस में दिखाई देगा।नासा के मुताबिक इन इलाकों में रहने वाले 65 फीसदी लोग ही सूर्य ग्रहण का दीदार कर पाएंगे।वहीं, भारत में इस ग्रहण का सूतक काल 10 अगस्त की देर रात 1 बजकर 32 मिनट से शुरू हो चुका है।(Surya Grahan 2018: सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं भूलकर भी न करें ये काम, पड़ेगा बुरा प्रभाव)
क्या होता है आंशिक सूर्य ग्रहण?
पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमने के साथ-साथ अपने सौरमंडल के सूर्य के चारों ओर भी चक्कर लगाती है।दूसरी ओर, चंद्रमा दरअसल पृथ्वी का उपग्रह है और उसके चक्कर लगता है, इसलिए, जब भी चंद्रमा चक्कर काटते-काटते सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, तब पृथ्वी पर सूर्य आंशिक या पूर्ण रूप से दिखना बंद हो जाता है।इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।सूर्य ग्रहण आंशिक और पूर्ण दोनों तरह का हो सकता है।आंशिक सूर्य ग्रहण में चंद्रमा सूर्य के कुछ ही हिस्से को ढकता है और जब इस नजारे को पृथ्वी से देखा जाए तो सूर्य एक डिस्क की तरह दिखाई देता है।(Surya Grahan 2018: सूर्य ग्रहण से पहले आज रात से शुरु हो जाएगा सूतक, जानें ग्रहण का समय और सूतक काल)
सूर्यग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ध्यान:
कभी भी नंगी आंखों के सूरज को डायरेक्ट ना देखें।इससे आपकी आंखें डैमेज हो सकती है।
हमेशा सूर्यग्रहण को खास सोलर फिल्टर वाले चश्मों से देखें।इन्हें सोलर-व्युइंग ग्लासेस, पर्सनल सोलर फिल्टर्स या आइक्लिप्स ग्लासेस कहा जाता है।
आपके नॉर्मल चश्मे या गॉगल्स आंखों को यूवी रेज़ से सुरक्षित नहीं रख सकते।
अगर आपके पास आंखों को बचाने के लिए कुछ भी ना हो तो सूर्यग्रहण के दौरान पीठ करके चलें।
सूर्यग्रहण के दौरान सूरज को पिनहोल, टेलेस्कोप या फिर दूरबीन से भी ना देखें।(Surya Grahan 2018: सूर्य ग्रहण का सबसे ज्यादा अशुभ प्रभाव पड़ेगा इन राशियों पर, बचने के लिए ये करें काम)