धर्म डेस्क: 2 जुलाई, सोमवार से पंचक शुरु हो गए है। जो कि 7 जुलाई, शुक्रवार तक रहेगे। सोमवार को पड़ने के कारण इसे राज पंचक कहा जाएगा। शास्त्रों के अनुसार पंचक में कोई भी शुभ काम करने की मनाही होती है। अगर आपने इस काल में कोई शुभ काम किया तो उसका फल अच्छा साबित नहीं होगा। जानिए कौन से करना करना होता है अशुभ।
राज पंचक का कारण
सोमवार से शुरू हुआ पंचक राज पंचक होता है, यह पंचक काफी शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान सरकारी कार्यों में सफलता हासिल होती है और बिना किसी बाधा के संपत्ति से जुड़े मसलों का निदान होता है। (राशिफल 5 जुलाई 2018: गुरुवार का दिन इन राशियों के जातकों को मिलेगी नौकरी में तरक्की )
पंचक काल
पंचक प्रारंभ: 2 जुलाई 2018 को सुबह 11 बजकर 11 मिनट से
पंचक समाप्त: 7 जुलाई सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर।
पंचकों में न करें ये काम
- पंचक में अगर किसी की मृत्यु हो गई है तो उसके अंतिम संस्कार ठीक ढंग से न किया गया तो पंचक दोष लग सकते है। इसके बारें में विस्तार से गरुड़ पुराण में बताया गया है जिसके अनुसार अगर अंतिम संस्कार करना है तो किसी विद्वान पंडित से सलाह लेनी चाहिए और साथ में जब अंतिम संस्कार कर रहे हो तो शव के साथ आटे या कुश के बनाए हुए पांच पुतले बना कर अर्थी के साथ रखें। और इसके बाद शव की तरह ही इन पुतलों का भी अंतिम संस्कार विधि-विधान से करें।
- नये काम और जमीन जायदाद, वाहन आदि की खरीद बेच नहीं करनी चाहिए। अगर कोई कानूनी काम होतो जरुर करें।
- पंचक के दौरान, लकड़ी, तेल, ईधन, छप्पर, इत्यादि का काम या संग्रह नहीं करनी चाहिए। (8 जुलाई को सूर्य कर रहा है पूनर्वस नक्षत्र में प्रवेश, इन नाम के लोगों पर होगा सबसे ज्यादा प्रभाव )
- अगर मकान बन रहा है, तो बनने दें लेकिन इन दिनों में ढलाई नहीं करनी चाहिए।
- हिंदू धर्म में माना जाता है कि पंचक के दिनों में चारपाई बनवाना अच्छा नहीं होता है। यह बड़े संकट का बुलावा होता है। इसलिए चारपाई 5 दिन बाद बनवाएं।
- अगर किसी की शादी हुई है तो नई दुल्हन को घर न लाना चाहिए। इसके साथ ही विदा भी नहीं करना चाहिए। अशुभ माना जाता है।
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