नई दिल्ली: कहते है जिसकी सुबह अच्छी होती है उसका पूरा दिन अच्छे से बीतता है। शास्त्रों में भी इस बात पर जोर दिया गया है कि सुबह की शुरूआत अच्छी होने पर दिन भी अच्छा होता है और इसी अच्छे दिन की कामना करने के लिए लोग अलग-अलग तरह के नुस्खे अपनाते है। ऐसी ही एक परंपरा है कि सुबह उठते ही सबसे पहले अपनी हथेलियों को देखना चाहिए इससे कईं लाभ प्राप्त होते हैं।
कर दर्शनम् के एक परंपरा है जिसमें आप सुबह उठते ही अपने दोनों हथेलियों को आपस में मिलाएं और फिर खोल लें औप इस मंत्र का उच्चारण करें-
कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती।
करमूले तू गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम॥
अर्थात- (मेरे) हाथ के आगे वाले भाग में महालक्ष्मी, मध्य भाग में सरस्वती और मूल भाग में भगवान विष्णु का निवास है। मैं इन्हें प्रणाम करता/करती हूं, इनके दर्शन करता/करती हूं।
हाथों का ही दर्शन आवश्यक क्यों होता है: हमारी संस्कृति में कर्म करते रहने का संदेश दिया गया है। हमारे जवन के चार आधार है धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष जो व्यक्ति इन चारों आधार के लिए काम करता है उससे भगवान खुश रहते है और अपना कृपा उसपर बनाए रखते हैं। केवल अपने कर्मों से हम अपने जीवन को स्वर्ग की ओर या नर्क की ओर ले जा सकते हैं।
किन देवताओं को देखने से मिलती है कृपा: सुबह अपनी हथेलियों को देखने से लक्ष्मी, सरस्वती, और हरि के दर्शन होते है। जिससे धन, ज्ञान और सुख की प्राप्ति होती है।
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