साल 2016: कर्क राशि वालों के लिए कुछ ऐसा रहेगा नया साल
धर्म डेस्क: कर्क राशि जल तत्व राशि है और इसका चिन्ह केकडा है। इस राशि के प्रभाव से आप भावुक प्रवृति के हो सकते हैं। आप अपने मित्रों के लिए जान तक न्यौछावर करने से
जून में कुछ राहत आपको मिल सकती है। तीसरी तिमाही में आपके पास धन आने के स्तोत्र बने रह सकते हैं। पहले भाग में तो आप आर्थिक तंगी का अनुभव कर सकते हैं और इस कमी को पूरा करने के लिए आप मित्रों अथवा रिश्तेदारों से कर्ज आदि भी ले सकते हैं पर तिमाही के दूसरे भाग से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आने की भी संभावना बनती है। आप आय के नए स्तोत्र खोजने में कामयाब रह सकते हैं और सुचारु रूप से घर चलाने में सफल हो सकते हैं।
वर्ष की अंतिम तिमाही आपके लिए लाभदायक बने रहने की संभावना बनती है। इस तिमाही में आप अपने कर्जों को उतारने में सफल रह सकते हैं. इससे आपको राहत की सांस मिलेगी। तिमाही का अंतिम भाग आपके लिए धन की प्राप्ति कई रूपों में कराने की क्षमता रखता है। इस समय आपके मित्र भी आपके लिए लाभदायक रह सकते हैं और भूमि आदि का निवेश आपको अच्छी मात्रा में लाभकी गुंजाइश प्रदान कर सकता है।
करियर और प्रोफेशन के नजरिये से
वर्ष की प्रारंभिक तिमाही सामान्य फल ही देने वाली कही जा सकती है। आपको अपने व्यापार के लिए कुछ महत्वपूर्ण यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं और जिस कारण आप अपने सहयोगियों की मदद लेने के लिए भी तत्पर रह सकते हैं। अप्रैल से जून तक आपको अपनी नौकरी में आगे बढ़ने के मौके मिल सकते हैं लेकिन प्रतिस्पर्धा जोरदार रहेगी।
व्यापार से जुडे़ लोगों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। जुलाई से सितंबर तक का समय आपको अपनी परेशानियों से काफी हद तक निजात दिलाने वाला रह सकता है। नौकरी में सकून रहेगा और व्यापार में मुनाफा मिलेगा। भूतकाल में किया गया निवेश इस समय उपयोगी हो सकता है। अक्तूबर से दिसंबर 2016 तक का समय राहत और लाभका है। जो लोग प्रॉपर्टी के व्यवसाय में कार्यरत हैं उनके लिए समय अनुकूल दिखाई पड़ रहा है।
व्यापार के नजरिये से
कर्क वालों के लिए वर्ष के पहले तीन माह उतार-चढा़व का रह सकता है। आपको बाहर घूमने जाने का मौका भी मिल सकता है, मित्रों के साथ समय व्यतीत करने के मौके मिल सकते हैं। आपका यह समय कमाई के लिहाज से अच्छा रह सकता है। दूसरी तिमाही में आप काम के सिलसिले में बाहर भी जा सकते हैं। अगर कोई पुराना कर्ज है तो आप इस वर्ष उससे मुक्ति पा सकते हैं।
प्रापर्टी के कामों में आपको अच्छा लाभ मिलने का संकेत दिखाई देता है। जुलाई से सितम्बर के बीच आपको अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाए रखने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ सकता है। आपकी आय के स्रोत बने रहेंगे पर आपको चाहिए कि किसी भी काम को अधूरा न छोडें और न ही जल्दबाजी करें क्योंकि इसका प्रभाव आपकी आय पर भी होगा।
साल के आखिरी तीन महीने में आप जमीन जायदाद खरीद सकते हैं। अगर आपने कोई काम शुरू किया है तो आपको कोई बडा़ सौदा मिल सकता है ।
स्वास्थ्य और फिटनेस के नजरिये से
वर्ष की पहली तिमाही के आरंभ समय में आपको शारीरिक कष्टों की बजाय मानसिक कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप इनसे बचना चाहते हैं तो आपको आध्यात्म का सहारा लेना चाहिए और कुछ समय अपने लिए निकाल कर व्यायाम जरुर करना चाहिए।
साल की दूसरी तिमाही में आपको त्वचा विकार होने की संभावना बनती है। जुलाई से सितम्बर के बीच आप अपनी छोटी-छोटी तकलीफों को अनदेखा ना करें क्योकि यह आपके लिए नासूर साबित हो सकती हैं। साल के आखिरी तीन महीनों में तो खराब स्वास्थ्य के कारण आपको अस्पताल के चक्कर भी काटने पड़ सकते हैं और शीघ्र स्वास्थ्य लाभके लिए आप मेडिटेशन का सहारा भी इस समय ले सकते हैं।
प्रेम संबंधों के लिए
वर्ष की पहली तिमाही का आरंभ अनुकूल है। जो लोग अपने प्रेम का इजहार करना चाहते हैं उनके लिए तिमाही का पहला भाग ज्यादा अनुकूल सिद्ध हो सकता है। संबंधो को स्थाई तौर पर रखना चाहते हैं तो आप धीरे-धीरे आगे बढ़े, एकदम से रफ्तार पकड़ने से कुछ दिन बाद ही आप उकता सकते हैं।
एक बात का ख्याल यह रखें कि आपके प्रेम संबंधों में अनुचित कदम भी आप इस समय उठा सकते हैं या आप इस समय लिव-इन-रिलेशनशिप में भी बंध सकते हैं. आप जो भी करें लेकिन बाद में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप ना लगाएं। अक्टूबर माह प्रेम संबंधो के लिए बिलकुल भी अनुकूल नहीं है। दिसम्बर में प्रेम संबंधों में स्वत: ही कुछ सुधार आने की संभावना बनती है।
विद्यार्थियों के लिए
साल के पहले तीन महीने कुछ मौज मस्ती के मूड वाला रह सकता है। इस समय पंचम भाव का स्वामी अपने से छठे स्थान में मौजूद है इस कारण आपको शैक्षिक प्रतियोगिता का अधिक सामना करना पड़ सकता है। दूसरी तिमाही में आप अपने क्षेत्र में टेक्नीकल शिक्षा का चयन कर सकते हैं।
आपका मन अपनी क्षमता को प्रभावशाली रूप से दिखाने की चाहत वाला रह सकता है जिसमें आप अपने साहस और शक्ति का पूर्ण प्रदर्शन कर सकते हैं। जुलाई से सितंबर तक का समय पहले से बना भ्रम दूर होगा। प्रतियोगिताओं में स्वयं को स्थापित कर पाने के लिए आपने जो भी परिश्रम किया है उसके परिणाम आपको अवश्य प्राप्त होंगे।
वर्ष की अंतिम तिमाही में पंचमेश की स्थिति अनुकूल होने के कारण आपको धीरे-धीरे इसके प्रभाव की शुभता देखने को मिल सकती है। इस दौरान आपकी बुद्धि कुछ भ्रमित सी रह सकती है। लेकिन जल्द ही आप अपने लक्ष्यों के लिए अग्रसर होंगे ।
उपाय - इस वर्ष आपको नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ सात बार संध्या समय में प्रतिदिन करना चाहिए । इसके साथ ही आप हर शनिवार संध्या समय में सरसों के तेल का दीपक जलाएं और पीपल के वृक्ष की परिक्रमा सात बार करें।
एक बात का ध्यान यह रहे कि दीया व तेल शनिवार को खरीदना नहीं है। पहले से ही लेकर रखें । जब आप दीया जलाएं तब एक बात यह ध्यान रहे कि आप सूर्यास्त होने के बाद और अंधेरा होने से पहले दीपक जला लें ।